पाटी (चंपावत)। आईटीबीपी (भारत तिब्बत सीमा पुलिस) में सहायक उप निरीक्षक नंदन सिंह चम्याल (50) का बुधवार को पैतृक गांव देवीधुरा में अंतिम संस्कार किया गया। आईटीबीपी की ओर से सलामी देने के बाद बेटे चेतन और प्रवीण चम्याल के मुखाग्नि देते ही नंदन सिंह चम्याल अमर रहें… के नारों से क्षेत्र गूंज उठा।
नंदन सिंह चम्याल के 75 वर्षीय पिता लाल सिंह चम्याल गमगीन हैं लेकिन शोक की इस घड़ी में भी उन्होंने सब्र की मिसाल पेश की। बेटे नंदन का पार्थिव शव पहुंचने पर उन्होंने गर्व से कहा बेटा तूने देह जरूर त्यागी है मगर मुझे तुझ पर गर्व है। तू भारत मां की सेवा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुआ है।
बुधवार सुबह एएसआई नंदन सिंह चम्याल का पार्थिव शरीर देवीधुरा में घर पहुंचते ही परिजन बिलख पड़े। मां कलावती, पिता लाल सिंह, पत्नी निर्मला, बेटी प्रियंका व सीमा, बेटे चेतन और प्रवीण चम्याल ताबूत से लिपटकर फफक पड़े। यह देख वहां मौजूद लोगों के आंसू भी निकल आए।
बता दें कि आईटीबीपी की चौथी बटालियन में अरुणाचल प्रदेश में तैनात एएसआई नंदन सिंह चम्याल (देवीधुरा के पखोटी गांव निवासी) डेढ़ महीने से अमरनाथ यात्रा की ड्यूटी में थे। 16 अगस्त को ड्यूटी के बाद चंदनवाड़ी से पहलगाम जाते समय बस के खाई में गिरने से घायल चम्याल ने सोमवार रात श्रीनगर में इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया था।
बुधवार सुबह दिल्ली से आईटीबीपी के सहायक कमांडेंट उत्तम आर्या के नेतृत्व में टीम एएसआई चम्याल की पार्थिव देह लेकर देवीधुरा पहुंची। हनुमान मंदिर से उनके घर पखौटी तक एक किलोमीटर तक निकली अंतिम यात्रा में लोगों ने पुष्पवर्षा की। नंदन सिंह चम्याल अमर रहे… के नारों से देवीधुरा क्षेत्र गूंज उठा। पार्थिव देह लेकर देवीधुरा आए एसी उत्तम आर्या के नेतृत्व में आईटीबीपी की टुकड़ी ने सलामी दी। उन्होंने दोनों बेटों को तिरंगा ध्वज सौंपा।
अंतिम यात्रा में भीमताल के विधायक राम सिंह कैड़ा, पूर्व ब्लॉक प्रमुख लक्ष्मण लमगड़िया, भगीरथ भट्ट, प्रधान संगठन अध्यक्ष राजू बिष्ट, व्यापार मंडल अध्यक्ष ईश्वर बिष्ट, प्रकाश मेहरा, मोहन सिंह, अमित लमगड़िया, जगदीश सिंग्वाल, गौरव सिंग्वाल, कीर्ति बल्लभ जोशी, प्रवीण जोशी, दीपक बिष्ट, गिरीश सिंग्वाल, लक्ष्मीदत्त जोशी, महेश फर्त्याल, बिशन सिंह, हयात सिंह, एसडीएम मनीष बिष्ट, एसओ बची सिंह आदि थे।