झारखंड के देवघर में रविवार को हुए त्रिकूट रोपवे हादसे में अब तक 19 लोगों को बचाया जा चुका है। हालांकि, अभी भी 40 लोग ऊपर ही फंसे हुए हैं, जो पिछले 20 घंटे से मदद का इंतजार रहे हैं। सेना के बयान के मुताबिक, सोमवार को आठ लोगों को निकाला गया। वहीं रविवार को 11 लोगों को बचाया जा सका था।
हादसे के बाद लोकल पुलिस व एनडीआरएफ ने रेस्क्यू ऑपारेशन शुरू किया। हालांकि, बाद में लोगों की मदद के लिए सेना को बुलाना पड़ा। इंडियन एयरफोर्स का कहना है कि, रोपवे हादसे में दो एमआई-17 हेलीकॉप्टरों को लगाया गया है। लोग अभी ऊपर ही फंसे हुए हैं, जिन्हें निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
दरअसल, रविवार को रामनवमी की पूजा करने और घूमने के उद्देश्य से यहां सैंकड़ों की संख्या में पर्यटक पहुंचे थे। इस दौरान रोपवे की एक ट्राली नीचे आ रही थी, जो ऊपर की ओर जा रही ट्राली से टकरा गई। जिस समय यह हादसा हुआ करीब दो दर्जन ट्राली ऊपर ही थीं। करीब 18 ट्रालियां ऊपर ही फंसी हुई हैं, जिसमें 40 लोग सवार हैं। इनमें छोटे बच्चे व महिलाएं भी हैं।
अधिकारियों ने बताया कि, लोगों को निकालने के लिए जैसे ही सेना ने हेलीकॉप्टर का सहारा लिया। पंखे की तेज हवा से ट्रालियां हिलने लगीं, इससे लोगों की जान पर बन आई। जिला कलेक्टर मंजूनाथ भैजंत्री ने बताया कि, फिलहाल रोपवे बंद है। ट्राली के डिस्पेलस होने से दुर्घटना घटी है। घायलों को अस्पताल भेजा गया है।