देहरादून। आयुर्वेद विभाग के माध्यम से प्रदेश भर में स्थापित 300 आयुष हेल्थ वेलनेस सेंटरों में हर्बल गार्डन बनाए गए हैं। इन केंद्रों पर इलाज के लिए आने वाले मरीज आयुष चिकित्सा में इस्तेमाल होने वाली जड़ी बूटियों की खूबियों को जान सकेंगे।
केंद्र व प्रदेश सरकार की ओर से आयुर्वेद चिकित्सा को बढ़ावा दिया जा रहा है। राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत प्रदेश में आयुष डिस्पेंसरियों को हेल्थ वेलनेस सेंटर स्थापित किया गया हैं। पहली बार इन केंद्रों के परिसर में हर्बल गार्डन भी बनाए गए हैं। जहां पर प्राचीन समय से आयुर्वेद चिकित्सा में इस्तेमाल होने वाली जड़ी बूटियों के पौधे लगाए गए हैं।
सचिव आयुष डॉ. पंकज कुमार पांडेय ने बताया कि पहले चरण में 300 वेलनेस सेंटरों में हर्बल गार्डन बनाए गए हैं। जहां पर मरीजों को जड़ी बूटियों के बारे में जानकारी दी जा रही है।
अश्वगंधा, बाला, गिलोय, अमलाकी, ब्रह्मी, गुड़ची, हरेड़ा, कुमारी, मंडुका परणी, निंबा, सतावरी, सुंठी, तुलसी, निरगुंडी, वसा, नीम समेत कई जड़ी बूटियों के पौधे लगाए गए।