देहरादून। राजधानी देहरादून में मौजूदा सरकार भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए सख्त कदम उठा रही है, लेकिन सरकारी और गैर सरकारी विभागों के लिए ये बातें कोई मायने नहीं रखती हैं।
तकरीबन ज्यादातर विभागों में आये दिन भ्रष्टाचार के मामले देखने को मिलते हैं । ऐसो लगता है कि इन भ्रष्टाचारियों की रगों में भ्रष्टाचार का कीड़ा बिलबिलाता रहता है जिनको किसी का डर ही नहीं है।
कई मामले ऐसे भी आये हैं कि संबंधित विभाग में अवैध कार्य की सूचना दी जायें और अधिकारी उस पर संवेदनशील न हो फिर सरकार की जीरो टालरेंस की हवा तो सरकारी मशीनरी के ऐसे ही भ्रष्टाचारी निकालने में आमादा हैं। ऐसा ही एक मामला चन्द्रबनी सेवलाकला का है।
जहां सुशील खत्री नामक व्यक्ति बड़ी दबंगई से एमडीडीए के अधिकारियों को धता बताकर बैखौफ बगैर नक्शे के अवैध निर्माण करा रहा है। इस दबंग व्यक्ति की हनक एमडीडीए में साफ दिखाई देती है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद एमडीडीए के अधिकारी उसके खिलाफ कार्यवाही करने से घबरा रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक उक्त व्यक्ति अभी भी निर्माण कार्य करा रहा है जिसको देखकर यह सोचने पर मजबूर होना पड़ता है कि उक्त व्यक्ति को एमडीडीए अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है।