देहरादून। लोकसभा चुनाव प्रचार की उलटी गिनती शुरू होने के साथ भाजपा और कांग्रेस के स्टार प्रचारकों के बीच होड़ शुरू हो गई है। ऋषिकेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा के बाद अब पार्टी के दिग्गज नेता केंद्रीय गृह अमित शाह उतरने वाले हैं। वह कोटद्वार में 16 अप्रैल को गढ़वाल लोस सीट पर पार्टी प्रत्याशी अनिल बलूनी के लिए प्रचार करेंगे।
कोटद्वार में उनका एक बड़ा रोड शो भी होगा और इसके बाद उनकी जनसभा होगी, लेकिन शाह के आने से पहले केंद्रीय नेतृत्व अन्य बड़े नेताओं को भी प्रचार में झोंक दिया है। शुक्रवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गौचर, लोहाघाट और हल्द्वानी में ताबड़तोड़ तीन जनसभाएं कीं। शनिवार को योगी आदित्यनाथ हल्द्वानी में जनसभा करेंगे। वह नैनीताल-ऊधमसिंह नगर सीट पर पार्टी प्रत्याशी अजय भट्ट के लिए वोट मांगेंगे।
रविवार को वह पार्टी प्रत्याशी अनिल बलूनी, त्रिवेंद्र सिंह रावत और माला राज्य लक्ष्मी शाह के समर्थन में श्रीनगर, रुड़की और देहरादून में तीन जनसभाएं करेंगे।पार्टी ने सैनी वोट को साधने के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को हरिद्वार की लक्सर, खानपुर और पिरान कलियर विस सीट पर प्रचार के लिए उतारा है। बंगाली वोटों पर सेंध लगाने के लिए पार्टी सांसद शांतनु ठाकुर को रुद्रपुर, दिनेशपुर और शक्तिफार्म क्षेत्र में प्रचार का जिम्मा सौंपा है।
पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी शनिवार को बड़कोट और पैठाणी में जनसभाएं करेंगे। 17 अप्रैल को केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर हिमाचल की सीमा के पास चकराता और सहसपुर में जनसभा और रोड शो के जरिये भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार करेंगे। पार्टी प्रभारी दुष्यंत गौतम तो कई दिनों से उत्तराखंड में हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के भी धुआंधार रोड शो और जनसभाएं हो रही हैं।
भाजपा ने जहां कई दिन पहले से अपने स्टार प्रचारकों को समर में उतार रखा है, वहीं कांग्रेस का चुनाव प्रचार का जिम्मा पार्टी प्रत्याशियों के साथ पूर्व सीएम हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व विधायक प्रीतम सिंह के कंधों पर है।
अब जबकि प्रचार के लिए पांच दिन शेष रह गए हैं, पार्टी प्रत्याशियों के प्रचार के लिए प्रियंका गांधी वाड्रा मैदान में उतर रही हैं। वह शनिवार को रामनगर और रुड़की में जनसभा करेंगी। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पार्टी के स्टार प्रचारक राहुल गांधी और राष्ट्रीय मल्लिकार्जुन खरगे का इंतजार हो रहा है, लेकिन अभी तक दोनों दिग्गजों का कार्यक्रम तय नहीं हो पाया है।