
अल्मोड़ा। बदलती जीवनशैली और अनियमित खानपान के कारण अब युवाओं में भी उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) की समस्या तेजी से बढ़ रही है। बागेश्वर जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे हाइपरटेंशन जांच अभियान में यह चिंता सामने आई है।
स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा गांव-गांव जाकर रक्तचाप और मधुमेह की जांच की जा रही है। अब तक 1,02,819 में से 93,063 लोगों की जांच की जा चुकी है, जो कुल लक्ष्य का 93 प्रतिशत है। इन शिविरों में औसतन हर जांच शिविर में दो युवा उच्च रक्तचाप से पीड़ित पाए जा रहे हैं।
आयुष्मान आरोग्य केंद्र चौंरा में तैनात सीएचओ प्रियंका बुधलाकोटी ने बताया कि ग्रामीण युवाओं में भी हाई बीपी की समस्या सामने आ रही है। जिन युवाओं में पहली जांच में रक्तचाप बढ़ा मिला, उनकी तीन दिन बाद दोबारा जांच की जा रही है। यदि दूसरी बार भी रक्तचाप सामान्य नहीं रहता, तो उन्हें संतुलित आहार, नियमित जांच, डॉक्टर से परामर्श और दवाइयां लेने की सलाह दी जा रही है।
इस अभियान से यह स्पष्ट हो गया है कि हाइपरटेंशन अब केवल बुजुर्गों की बीमारी नहीं रही, बल्कि युवाओं को भी इसकी चपेट में ले रही है — विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में, जहां अब तक यह समस्या अपेक्षाकृत कम मानी जाती थी।
विशेषज्ञों की सलाह है कि युवा समय रहते अपनी जीवनशैली में बदलाव करें, तनाव से दूर रहें और नियमित स्वास्थ्य जांच कराएं, ताकि गंभीर परिणामों से बचा जा सके।