लगातार तकरीबन हर प्रदेश से टीचरों के जुल्माना रवैये की खबरें आ रही हैं। बेहद अफसोस की बात है जो टीचर बच्चों का भविष्य निर्माता कहलाया जाता था वहीं टीचर बच्चों के भविष्य और उनके जीवन से खिलवाड़ करने पर तुला है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है दिल्ली में जहां केजरीवाल सरकार के स्कूल मॉडल की चर्चा होती है लेकिन आज जो हादसा सामने आया है वो केजरीवाल सरकार के स्कूल मॉडल वाली बात पर ग्रहण है।
आपको बता दें कि दिल्ली के नगर निगम स्कूल में एक शिक्षक की हैवानियत की जानकारी मिली है। शिक्षक छात्रों के भविष्य को बनाने का काम करते हैं। इसलिए शिक्षक को धैर्यवान और विनम्र रहना काफी अहम होता है। छात्रों के भविष्य को मजबूत बुनियाद देने वाले शिक्षक अगर कोई एक गलती भी कर दें तो छात्र का जीवन पूरा खराब हो सकता है। ऐसे में अगर कोई शिक्षक हैवान बन जाए तो छात्रों का भविष्य अंधकार में लटक जाता है। ये कहना गलत नहीं होगा कि स्कूल में पढ़ने वाली उम्र में बच्चे काफी मासूम होते है, बिलकुल मिट्टी के बर्तनों की भांति नाजुक।
स्कूल शिक्षक की हैवानियत ने हर किसी को हैरान कर दिया है। घायल छात्रा को बाड़ा हिंदू राव अस्पताल इलाज के लिए ले जाया गया है। बच्ची का इलाज जारी है और वो खतरे से बाहर है। जानकारी के मुताबिक दिल्ली पुलिस को सूचना मिली थी कि देशबंधु गुप्ता रोड थाने के बीट ऑफिसर को लोगों ने सूचित किया कि नगर निगम की स्कूल टीचर ने एक बच्ची को पहली मंजिल से फेंक दिया है।
सूचना मिलने पर एसएचओ टीम के साथ स्कूल पहुंचे और स्थिति अपने नियंत्रण में ली। पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंच कर आरोपी शिक्षक गीता देशवाल को हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने आरोपी टीचर पर आईपीसी की धारा 307 लगाई है।