देहरादून। राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) बंगलूरू के निदेशक प्रो.एससी शर्मा ने उत्तराखंड में शीघ्र ही अपना क्षेत्रीय कार्यालय खोले जाने की घोषणा की। डीआईटी कॉलेज में आयोजित उच्च शिक्षा चिंतन शिविर में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में उच्च शिक्षा विभाग ने देश के तीन प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए।
इस दौरान सीएम धामी ने कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कई नए कार्य किए जा रहे हैं। नई शिक्षा नीति के माध्यम से युवा स्वयं नौकरियां देने वाले बन सकेंगे। कहा कि आने वाले समय में गुणवत्ता एवं रोजगारपरक शिक्षा जरूरी है, इसके लिए प्रदेश के समस्त उच्च शिक्षण संस्थानों को अभी से तैयारी करनी होगी।
राज्य की दुर्गम भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए नैक का क्षेत्रीय केेंद्र राज्य के साथ-साथ अन्य निकटवर्ती राज्यों के लिए भी बहुत बड़ा उपहार सिद्ध होगा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री धामी ने राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद की क्वालिटी फैक्ट सीट एवं उच्च शिक्षा पर आधारित एक पुस्तक का भी विमोचन किया।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने कहा कि प्रत्येक उच्च शिक्षण संस्थान को संसाधनों की उपलब्धता, फैकल्टी की तैनाती, पुस्तकालय, प्रयोगशालाएं एवं अन्य गतिविधियों के आधार पर राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद द्वारा ग्रेडिंग दी जाएगी। इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए निकट भविष्य में प्रदेश के विभिन्न जिलों में नैक प्रशिक्षण की पांच कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा।
जिन संस्थानों के साथ करार किया गया, उनमें भारतीय उद्यमिता संस्थान अहमदाबाद, एडुनेट एवं अमृता विश्व विद्यापीठम और अमृता विश्व विद्यापीठम शामिल हैं। भारतीय उद्यमिता संस्थान प्रदेश के शिक्षण संस्थानों में उद्यमिता, रोजगार कौशल और गुणवत्तापरक शिक्षा में सहयोग प्रदान करेगा वहीं, एडुनेट के माध्यम से उच्च शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं एवं फैकल्टी को नि:शुल्क तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाएगा।
जबकि अमृता विश्व विद्यापीठम अपने मटेरिल साइंस केन्द्र एवं वर्चुअल लैब के माध्यम से विज्ञान विषय में शोध एवं अन्य गतिविधियों में सहयोग करेगा। इस अवसर पर चांसलर डीआईटी यूनिवर्सिटी एन. रविशंकर, सचिव उच्च शिक्षा शैलेश बगौली, अपर सचिव उच्च शिक्षा प्रशांत आर्य, निदेशक उच्च शिक्षा डॉ.जगदीश प्रसाद और डॉ बीएस पेनमुदीराज उपस्थित रहे।