देहरादून: फर्जीवाड़े पर रोक लगाने और उसमें शामिल माफयाओं पर चाबुक चलाने में माहिर पुष्कर धामी ने साफ अल्फाज़ में बता दिया कि फर्जीवाड़ा करने वाले सावधान हो जायें। लेकिन फिर भी ऐसी खबरे पगकाश में आ ही जाती हैं जिसे सुनकर कहने को मजबूर होना पड़ता है कि शायद उन लोगों को धामी की धमक का अन्दाजा नहीं। आपको बता दें कि ऐसी ही एक खबर आ रही है कि कुछ लोग फर्जी स्थाई प्रमाण पत्र बनवाकर आवेदन कर रहे हैं।
गौरतलब है कि संविदा एवं बेरोजगार स्टाफ नर्सेज महासंघ ने कल सचिवालय कूच किया था। सचिवालय से पहले ही पुलिस ने उन्हेें रोक लिया। इसके बाद प्रतिनिधिमंडल की मुख्यमंत्री से मुलाकात कराई गई। महासंघ ने मुख्यमंत्री को बताया कि नर्सेज भर्ती में दूसरे राज्य के लोग फर्जी निवास प्रमाणपत्र बनाकर आवेदन कर रहे हैं। इस पर रोक लगाई जाए। महासंघ की इस बात पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि कोई भी व्यक्ति फर्जी स्थाई निवास से आवेदन करता है तो उसकी जांच की जाएगी।
आपको बता दें कि सचिवालय कूच में पूरे प्रदेश के सैकड़ों नर्सिंग बेरोजगारों ने हिस्सा लिया। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष हरीकृष्ण बिजलवान ने बताया कि नर्सिंग की भर्ती 12 वर्षों बाद आई है। इसके लिए लोग 134 दिन लगातार एकता बिहार में धरने पर बैठे थे। तीन जनवरी 2023 को 1564 पदों पर विज्ञापन जारी हुआ था इसके बाद श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के संविदा पर काम करने वाले राजस्थान के नर्सिंग आवेदकों की ओर से उच्च न्यायालय में केस दायर कर वहां से प्रोविजनल परमिट ले लिया।
वहीं, कुछ लोग फर्जी स्थाई निवास बनाकर आवेदन कर रहे हैं। व्ळभ्।महासंघ के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से मुख्यमंत्री कार्यालय में वार्ता की। इसमें महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष हरिकृष्ण बिजलवान,सचिव गोविंद सिंह रावत, प्रदेश प्रवक्ता अलका नेगी, हेमा आर्य, मीनाक्षी ममगाईं मौजूद रहीं।मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि कोई भी बाहरी व्यक्ति इस भर्ती में नहीं लिया जाएगा।