देहरादून/चंबा। चंबा जिले के सरकारी विभागों में चल रहे गड़बड़झालों पर विजिलेंस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। एक सप्ताह में विजिलेंस ने दो सरकारी विभागों में कार्रवाई की है। दो दिन पहले एनएच कार्यालय में चल रही टेंडर प्रक्रिया में गड़बड़ी की शिकायत मिलते ही विजिलेंस टीम ने तुरंत छापा मारा। इस दौरान टेंडर से संबंधित दस्तावेजों को अपने कब्जे में लिया।
इसके साथ कार्यालय में रखे हाजिरी रजिस्टर की भी जांच की। इस मामले में विजिलेंस की जांच प्रक्रिया जारी है। शनिवार देर शाम को विजिलेंस ने क्षेत्रीय अस्पताल चंबा में तैनात डाटा
एंट्री ऑपरेटर के खिलाफ रिश्वत मांगने को लेकर एफआईआर दर्ज की। जिला मुख्यालय के साथ डायग्नोस्टिक सेंटर, सीटी स्कैन खोलने के लिए कंपनी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में आवेदन किया था।
इसकी अनुमति देने से पहले विशेष टीम सेंटर का औचक निरीक्षण करती है। इसमें मशीनों से लेकर अन्य व्यवस्थाओं की जांच की जाती है। इसके बाद कंपनी को सेंटर चलाने की अनुमति दी जाती है। इस निरीक्षण प्रक्रिया को आसान बनाने की एवज में आउटसोर्स डाटा एंट्री ऑपरेटर ने रिश्वत मांगी।
इसको लेकर कंपनी ने सरकार के 1100 नंबर पर शिकायत की थी। इसकी भनक लगते ही विजिलेंस ने अपना शिकंजा कसा। रिश्वत को लेकर फोन पर हुई बातचीत की रिकॉडिंग को भी सबूत के रूप जांच में शामिल किया है। अब इस मामले में विजिलेंस आगामी कार्रवाई कर रहा है।
जांच के बाद यह भी खुलासा हो सकता है कि आखिरकार डाटा एंट्री ऑपरेटर ने किसके कहने पर रिश्वत की मांग की। विजिलेंस ने कुछ माह पहले पुखरी में नायब तहसीलदार को भी रिश्वत लेते हुए दबोचा था। विजिलेंस के एएसपी अभिमन्यु वर्मा ने बताया कि एनएच और डाटा एंट्री ऑपरेटर मामले की गहनता के साथ जांच की जा रही है।