देहरादून। डेंगू से पीड़ित एक सिपाही की मौत हो गई है। वह नेहरू कालोनी थाने में तैनात थे। पिछले कुछ दिनों से वह एक निजी अस्पताल में भर्ती थे। बताया जा रहा है कि डेंगू के कारण उनकी प्लेटलेट्स काफी गिर गई थीं। 12 अगस्त की रात उन्होंने अंतिम सांस ली।
पुलिस विभाग ने राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी। वहीं, स्वास्थ्य विभाग सिपाही की डेंगू से मौत की पुष्टि नहीं कर रहा है। एसीएमओ डा. सीएस रावत का कहना है कि संबंधित अस्पताल से रिपोर्ट ली जा रही है। हालांकि, अस्पताल का कहना है कि डेंगू शाक सिंड्रोम से उनकी मौत हुई है।
नेहरू कालोनी थानाध्यक्ष लोकेंद्र बहुगुणा के अनुसार, कांस्टेबल जगमोहन पंवार की कुछ दिन पूर्व तबीयत खराब हुई थी, लेकिन ठीक होने के बाद वह ड्यूटी पर आने लगे थे। तीन दिन पहले बुखार के चलते वह एक निजी अस्पताल में भर्ती हो गए थे। जहां टेस्ट करवाने पर डेंगू की पुष्टि हुई।
उनकी तबीयत दिन प्रति दिन बिगड़ती गई, जिसके कारण उन्हें अन्य निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। यहां टेस्ट करवाने के बाद पता चला कि उनके काफी अंग खराब हो चुके थे। शनिवार देर रात उनकी मृत्यु हो गई।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर लगातार उनके स्वास्थ्य को लेकर अपडेट ले रहे थे। सिपाही के आकस्मिक निधन पर डीआइजी ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। जगमोहन पंवार वर्ष 2007 में उत्तराखंड पुलिस में भर्ती हुए थे। वह मूलरूप से ब्रह्मखाल, उत्तरकाशी के रहने वाले थे।
वर्तमान में दीपनगर, देहरादून में अपने परिवार के साथ रह रहे थे। दीपनगर स्थित आवास पर पुलिस के उच्चाधिकारियों व आमजनों ने पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी। उनका हरिद्वार में अंतिम संस्कार किया गया।