
ऋषिकेश। एम्स ऋषिकेश की आवासीय कालोनी में एक ही दिन में एक ही फ्लोर में स्थित दो चिकित्सकों के फ्लैट से लाखों के जेवर और नकदी चोरी के मामले ने एम्स परिसर की भारी भरकम सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सुरक्षा के लिहाज से पूरे परिसर में 450 सुरक्षाकर्मी और 300 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं।
घटना के तीन दिन बाद भी एम्स की सुरक्षा एजेंसी और पुलिस के हाथ खाली हैं। छह सितंबर को दिनदहाड़े असिस्टेंट प्रोफेसर के घर से लाखों के जेवर और नकदी उड़ा ली गई। इसी रोज चोरों ने एक एडिशनल प्रोफेसर के फ्लैट से लाखों के सोने और चांदी के गहनों के साथ नकदी चोरी कर ली।
पुलिस के मुताबिक, डाॅ. रंजीता कुमारी निवासी फ्लैट नंबर 6584, बिल्डिंग नंबर 65, सातवीं मंजिल एम्स ऋषिकेश ने तहरीर देकर बताया कि वह संस्था में कम्युनिटी एंड फेमिली मेडिसिन डिपार्टमेंट में एडिशनल प्रोफेसर के पद पर तैनात हैं। छह सितंबर को वह किसी काम से दिल्ली गई थीं।
इसी बीच, आवास से चोरों ने लाखों रुपये के सोने-चांदी के जेवरात और करीब 30 हजार रुपये की नकदी चोरी कर ली। लौटने पर चोरी का पता चला। तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। चोरों पहचान के लिए पुलिस आवासीय काॅलोनी के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने में जुटी है।
इससे पूर्व छह सितंबर को एम्स में ही पैथोलॉजी विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर डाॅ. अशोक सिंह के फ्लैट नंबर 6581 बिल्डिंग नंबर 65 सातवीं मंजिल स्थित आवास का ताला तोड़कर चोर 60 हजार रुपये और करीब 10 लाख के जेवर चोरी कर ले गए थे। दोनों ही चिकित्सकों के फ्लैट आसपास हैं।
परिसर के जिस क्षेत्र में चोरी की यह वारदातें हुई है, वहां दो आवासीय टावर नए बने हैं। इनमें करीब 100 परिवार रहते हैं। एम्स के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल के अनुसार पुलिस की टीम निरंतर जांच कर रही है। आवासीय क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जा रही है। कैमरों को भी दुरुस्त किया जा रहा है।
उधर, कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक केआर पांडेय ने बताया कि दोनों ही मामले में रिपोर्ट दर्ज हो गई है। घटनाओं का पर्दाफाश करने के लिए टीम गठित की गई है। कुछ सीसीटीवी कैमरा की फुटेज देखी गई है, कुछ संदिग्ध लोग पर नजर रखी जा रही है।