शरीर के लिए पोहा फायदेमंद माना जाता है। सॉफ्ट होने के कारण इसे बच्चे आसानी से खा सकते हैं। वहीं यह पौष्टिकता से भरपूर होने के साथ आसानी से पच भी जाता है। बता दें कि पोहा कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें पोटेशियम, फाइबर, प्रोटीन और सोडियम आदि अच्छी मात्रा में पाया जाता है। इसके सेवन से न सिर्फ बच्चे का पेट अच्छे से भर जाता है, बल्कि उनके शरीर को इससे ताकत भी मिलती है। पोहा के सेवन से बच्चे कब्ज और गैस जैसी समस्याओं से राहत पा सकते हैं।
पोहा के सेवन से बच्चों को एनर्जी मिलने के साथ वह हेल्दी और फिट रहते हैं। ऐसे में एक साल की उम्र के बच्चों को पोहा दिया जा सकता है। पोहा ग्लूटन फ्री फूड की कैटेगरी में आता है। इसके सेवन से बच्चे को फूड एलर्जी भी नहीं होती है। पोहा को बनाना भी काफी आसान है और आप चाहें तो इसकी पौष्टिकता को बढ़ाने के लिए इसमें सब्जियों को भी एड कर सकती हैं। ऐसे में हम आपको इस आर्टिकल के जरिए बच्चों को पोहा खिलाने के फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं।
पोहा के सेवन से बच्चों के शरीर की कमजोरी दूर होती है और उन्हें ताकत मिलती है। पोहा आयरन से भरपूर होता है। जो बच्चों को एनीमिया जैसी बीमारियों से दूर रखने में सहायक होता है। साथ ही यह बच्चों के शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को भी मेंटेन करता है। पोहा बच्चों के पाचन तंत्र को हेल्दी रखने में सहायक होता है। पोहा में मौजूद फाइबर कब्ज की समस्या को कम करने के साथ मल को मुलायम बनाता है।
साथ ही यह आसानी से पच जाता है और बच्चों के पाचन तंत्र को हेल्दी रखता है। बता दें कि पोहा के सेवन से बच्चों का पेट हल्का रहता है। पोहा के सेवन से न सिर्फ बच्चों के शरीर को एनर्जी मिलती है, बल्कि शरीर की थकावट भी दूर होती है। इसमें भरपूर मात्रा में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है। जो शरीर को एनर्जी देता है और बच्चे को हेल्दी रखने में मदद करता है।
अगर आप भी अपने बच्चे को ग्लूटन फ्री फूड खिलाना चाहती हैं, तो आपको बच्चों की डाइट में पोहा जरूर शामिल करना चाहिए। इसमें ग्लूटन की काफी कम मात्रा पायी जाती है। जिसके कारण बच्चों को फूड एलर्जी होने की संभावना काफी कम होती है।
बच्चों के लिए पोहा सेहत के लिए फायदेमंद होने के साथ यह उनका बीमारियों से भी बचाव करता है। पोहा बनाने के लिए आस इसमें कई तरह की हरी सब्जियों को भी एड कर सकती हैं। इससे बच्चों के शरीर की इम्यूनिटी मजबूत होती है और कई तरह की बीमारियों से उनका बचाव होता है।