
राज्य। राज्य के विकास समेत विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत विकसित हो रहा है और इसके लिए राज्यों का विकसित होना भी अनिवार्य है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि “राज्य तभी विकसित होगा जब उसके सभी विकासखंड, जनपद और पंचायत अपनी भूमिका निभाएं। इसी सोच के तहत विभिन्न योजनाएं बनाई और आगे बढ़ाई गई हैं।”
आपदा प्रबंधन पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम में भूस्खलन और एवलांच जैसी आपदाएं बड़ी चुनौती हैं, लेकिन राज्य सरकार ने इससे निपटने के लिए ठोस कदम उठाए हैं। उन्होंने सिलक्यारा रेस्क्यू ऑपरेशन का उदाहरण देते हुए बताया कि नुकसान को कम करने पर फोकस किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री का गंगा नदी से विशेष जुड़ाव है और राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए “घाम तापो पर्यटन” जैसी अवधारणाएं विकसित की जा रही हैं। उन्होंने शीतकालीन यात्रा की संभावनाओं का भी उल्लेख किया।
राज्य में जारी परियोजनाओं का ज़िक्र करते हुए उन्होंने बताया कि दिल्ली से देहरादून की दूरी अब मात्र 2 से 2.5 घंटे में पूरी की जा सकेगी। रिस्पना-बिंदाल पर 26 किमी की एलिवेटेड सड़क योजना तैयार की गई है और केंद्र सरकार ने भी इसमें सहयोग का आश्वासन दिया है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड को सतत विकास लक्ष्यों की दिशा में देश में पहला स्थान प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि हेमकुंड और केदारनाथ के लिए रोपवे परियोजनाएं स्वीकृत हो चुकी हैं, जिससे यात्रा आसान हो जाएगी।
उन्होंने अंत में कहा कि “विकसित राज्य होंगे, तभी देश विकसित होगा।”