पिथौरागढ़। भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में हाल के घटनाक्रमों को देखते हुए दोनों देशों के सुरक्षा अधिकारियों के बीच शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। यह बैठक धारचूला के अंतरराष्ट्रीय झूला पुल क्षेत्र में हुई, जिसमें सीमा पार आपसी सहयोग और सुरक्षा को लेकर कई अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में सीमा सुरक्षा बल (एसएसबी) फ्रंटियर रानीखेत के आईजी अमित कुमार और नेपाल के दार्चुला स्थित 44वीं गण के एसपी देवराज जोशी सहित अन्य वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी मौजूद रहे। दोनों पक्षों ने भारत-नेपाल सीमा पर बढ़ते सीमापार अपराधों, अवैध आवागमन, तस्करी और आपराधिक गतिविधियों से निपटने के लिए संयुक्त रणनीति पर विचार-विमर्श किया। साथ ही दोनों देशों की एजेंसियों के बीच सूचना साझेदारी और समन्वय को और मजबूत करने पर भी सहमति बनी।
बैठक के दौरान आईजी अमित कुमार ने कहा कि सीमा सुरक्षा के लिए स्थानीय स्तर पर सक्रिय समन्वय और समयबद्ध सूचना आदान-प्रदान आवश्यक है। उन्होंने नेपाल के अधिकारियों से साझा गश्त और निगरानी बढ़ाने पर भी चर्चा की, ताकि दोनों देशों की सीमाओं पर शांति और स्थिरता बनी रहे।
बैठक के उपरांत आईजी अमित कुमार ने एसएसबी की सीमा चौकी गोठी का निरीक्षण किया और वहां तैनात जवानों से क्षेत्र की सुरक्षा स्थिति के बारे में जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने चौकियों की तैयारियों और बुनियादी सुविधाओं का भी जायजा लिया।
इस समन्वय बैठक में उनके साथ कर्नल समरजीत, अरविंद कुमार चौधरी (द्वितीय कमान, 11वीं वाहिनी एसएसबी डीडीहाट), उप जिलाधिकारी धारचूला जितेंद्र वर्मा, कुमाऊं स्काउट के कैप्टन मनीष, हरेंद्र सिंह नेगी, थाना प्रभारी धारचूला और अन्य एजेंसियों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
बैठक का उद्देश्य भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में सुरक्षा, सहयोग और सौहार्द को और मजबूत करना था, ताकि दोनों देशों के बीच विश्वास और साझेदारी का रिश्ता और प्रगाढ़ हो सके।

