ऋषिकेश। विश्व विज्ञान दिवस के अवसर पर परमार्थ निकेतन और विवेकानंद यूथ कनेक्ट फाउंडेशन की ओर से गंगा सस्टेनेबिलिटी दौड़ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि भारतीय संस्कृति में विज्ञान का दृष्टिकोण केवल शोध और तकनीक तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह विज्ञान, विवेक और मूल्यों के समन्वय पर आधारित है।
उन्होंने कहा कि सनातन ज्ञान परंपरा सदैव यह संदेश देती आई है कि विज्ञान वही है जो जीवन को उन्नत बनाता है और तकनीक वही है जो मानव को मानव के और निकट लाती है। आज के समय में आवश्यकता है कि विज्ञान को मानव मूल्यों से जोड़ा जाए और तकनीक को प्रकृति के अनुकूल बनाया जाए।
स्वामी चिदानंद ने कहा कि विश्व विज्ञान दिवस हमें यह संकल्प लेने का अवसर देता है कि हम ज्ञान के प्रकाश से अज्ञान और विभाजन के अंधकार को मिटाएं। जब विज्ञान का उद्देश्य केवल प्रगति नहीं, बल्कि शांति और विकास दोनों होगा, तभी आने वाला कल सुरक्षित, स्वस्थ, समृद्ध और प्रकाशमय बनेगा।

