देहरादून। दिल्ली में हुए धमाके के बाद उत्तराखंड पुलिस पूरी तरह अलर्ट हो गई है और राज्यभर में रासायनिक पदार्थों की खरीद-फरोख्त से जुड़ी गतिविधियों की गहन जांच शुरू कर दी गई है। दिल्ली विस्फोट में संवेदनशील रसायनों के इस्तेमाल की आशंका के चलते दून और ऋषिकेश क्षेत्रों में पुलिस की विशेष टीमें गठित की गई हैं। मंगलवार को पुलिस ने अचानक छापेमारी करते हुए कई रासायनिक दुकानों और गोदामों की जांच की। इन स्थानों पर रखे रसायनों के स्टॉक, बिल और बिक्री के रिकॉर्ड को बारीकी से खंगाला गया। जांच के दौरान पुलिस ने मुख्य रूप से सोडियम नाइट्रेट, पोटेशियम नाइट्रेट और सल्फर जैसे रसायनों की उपलब्धता और खरीददारों की जानकारी जुटाई। कोतवाली नगर क्षेत्र की चार दुकानों और ऋषिकेश क्षेत्र की एक दुकान को विशेष रूप से चेक किया गया। स्टॉक की मात्रा और बिक्री रजिस्टर के मिलान के साथ पुलिस ने हाल के महीनों में इन दुकानों से रसायन खरीदने वाले सभी ग्राहकों की सूची तैयार की है। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि जिन लोगों ने इन दुकानों से संवेदनशील केमिकल खरीदे हैं, उनकी जांच की जा रही है ताकि किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि का समय रहते पता लगाया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि सभी रासायन विक्रेताओं को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि बिना वैध पहचान पत्र और बिल के कोई भी रसायन न बेचा जाए। इस कार्रवाई का उद्देश्य ऐसे रसायनों के गलत इस्तेमाल को रोकना और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाना है। दून पुलिस ने शहर के संवेदनशील इलाकों में पिकेट जांच भी बढ़ा दी है और हर संदिग्ध व्यक्ति की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। पुलिस का कहना है कि सतर्कता के इस अभियान का मकसद न केवल धमाके से जुड़े संभावित लिंक का पता लगाना है, बल्कि भविष्य में ऐसे किसी भी हादसे को रोकना भी है।

