देहरादून: राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, उत्तराखण्ड द्वारा वर्ष 2025 के लिए किए गए मूल्यांकन एवं समग्र प्रदर्शन के परिणामस्वरूप जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA) देहरादून ने पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। यह उपलब्धि संस्थान की प्रभावी कार्यशैली, जनसहभागिता, समयबद्ध सेवाओं और न्याय तक समान पहुँच सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
संविधान दिवस के अवसर पर 26 नवंबर 2025 को उत्तराखण्ड उच्च न्यायालय में आयोजित समारोह में माननीय मुख्य न्यायाधीश श्री गुहानाथन नरेन्दर द्वारा देहरादून DLSA को “बेस्ट DLSA ऑफ द स्टेट” ट्रॉफी प्रदान कर सम्मानित किया गया। यह सम्मान जिला देहरादून के लिए गर्व का विषय रहा।
DLSA देहरादून की सचिव सीमा डुँगराकोटी ने बताया कि राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने वर्षभर में सभी जिलों के प्रदर्शन का विस्तृत मूल्यांकन किया, जिसमें देहरादून का कार्य सर्वश्रेष्ठ पाया गया। उन्होंने बताया कि इस उपलब्धि का श्रेय माननीय जिला जज महोदय के कुशल नेतृत्व तथा DLSA की समर्पित टीम की निरंतर मेहनत को जाता है।
वर्ष 2025 के दौरान DLSA देहरादून ने जनहित में कई उल्लेखनीय कार्य किए। जिले में लगभग 3,000 जागरूकता शिविर आयोजित किए गए, जिनसे दो लाख से अधिक नागरिक प्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित हुए। वर्षभर में लगभग 1,500 जरूरतमंद व्यक्तियों को निःशुल्क विधिक सहायता प्रदान की गई। राष्ट्रीय लोक अदालतों में जिले का प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा। इसके अतिरिक्त, नियमित रूप से ब्लड डोनेशन कैंप आयोजित कर गरीब एवं असहाय रोगियों को रक्त कूपनों के माध्यम से सहायता उपलब्ध कराई गई।
DLSA द्वारा वृद्धाश्रम, कुष्ठ आश्रम व अनाथालयों का नियमित निरीक्षण कर आवश्यक सुविधाएँ सुनिश्चित की गईं। जेल निरीक्षण के दौरान बंदियों को निरंतर निःशुल्क विधिक सहायता और समुचित सहयोग प्रदान किया गया, जिससे न्याय तक पहुँच सबके लिए उपलब्ध हो सके।
राज्य स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करना न केवल DLSA देहरादून की उपलब्धि मानी जा रही है, बल्कि यह जिले की संपूर्ण न्यायिक व्यवस्था, प्रशासनिक सहयोग और सामुदायिक सहभागिता के बेहतर तालमेल का परिणाम है। यह सम्मान DLSA देहरादून को भविष्य में और अधिक निष्ठा, सेवा भावना और संवेदनशीलता के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित करता है।
