देहरादून: पीसीसीएफ वन्यजीव रंजन मिश्रा को प्रदेश का नया प्रमुख वन संरक्षक (हॉफ) नियुक्त किया गया है। वन विभाग के सचिव द्वारा इस संबंध में सोमवार को आदेश जारी किए गए। इससे पहले प्रमुख वन संरक्षक समीर सिन्हा 30 नवंबर को सेवा निवृत्त हो गए थे, जिसके बाद वरिष्ठता और पद के लिए पात्र अधिकारियों के बीच चयन प्रक्रिया शुरू हुई थी। हॉफ पद की नियुक्ति को लेकर 25 नवंबर को विभागीय पदोन्नति समिति (डीपीसी) की बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें निर्णय लिया गया।
सूत्रों के अनुसार, पीसीसीएफ रंजन मिश्रा के साथ प्रमुख वन संरक्षक प्रशासन बीपी गुप्ता भी इस पद की दौड़ में प्रमुख दावेदार थे। बीपी गुप्ता 1992 बैच के आईएफएस अधिकारी हैं और विभाग में वरिष्ठता के आधार पर दूसरे स्थान पर आते हैं। उनका नाम भी चयन प्रक्रिया में प्रबल रूप से चर्चा में था, लेकिन अंततः विभागीय समिति ने रंजन मिश्रा के पक्ष में निर्णय लिया।
नए हॉफ के रूप में नियुक्त किए गए रंजन मिश्रा का कार्यकाल जून 2026 तक रहेगा। मिश्रा को वन्यजीव संरक्षण क्षेत्र में गहरी समझ, प्रबंधन कौशल और फील्ड अनुभव के लिए जाना जाता है। विभाग के भीतर माना जा रहा है कि उनकी नियुक्ति से मानव–वन्यजीव संघर्ष को कम करने, जैव विविधता संरक्षण, सुरक्षित वन प्रबंधन तथा इको-पर्यटन को बढ़ावा देने से जुड़े प्रयासों को नई दिशा मिलेगी।
वन मंत्री सुबोध उनियाल ने बताया कि प्रमुख वन संरक्षक (हॉफ) की नियुक्ति एक पारदर्शी और नियमबद्ध प्रक्रिया के तहत की जाती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इसके लिए एक उच्चस्तरीय कमेटी गठित होती है, जिसकी अध्यक्षता मुख्य सचिव करते हैं। इस कमेटी में प्रमुख सचिव वन, प्रमुख वन संरक्षक और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा नामित अधिकारी शामिल होते हैं। समिति ही सभी योग्य अधिकारियों के मूल्यांकन के बाद अंतिम नाम तय करती है।
वन मंत्री ने उम्मीद जताई कि रंजन मिश्रा के नेतृत्व में राज्य में वन्यजीव संरक्षण और वन विभाग से जुड़ी योजनाओं को गति मिलेगी। मिश्रा के कार्यभार संभालने के साथ विभाग में नई रणनीतियों के लागू होने और संरक्षित अभ्यारण्यों एवं रिज़र्व क्षेत्रों में संरक्षण कार्यों को और मजबूती मिलने की संभावना जताई जा रही है।वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों में भी नए हॉफ की नियुक्ति के बाद अगले चरण की कार्ययोजना को लेकर उत्सुकता है। मिश्रा जल्द ही विभागीय बैठकों के माध्यम से प्राथमिकताओं और आगे की रणनीति साझा कर सकते हैं।
