
भारतीयों की देशभक्ति की भावना पूरे उफान पर है। देशभक्ति पूरी तरह नजर आ रही है। सब जगह नजर आ रही है। ऐसा होना बहुत अच्छा है। इससे हमारी एकजुटता, देश की एकता और अखंडता झलक रही है। विरोधियों के कान खड़े हो रहे हैं। उन्हें खतरा लगने लगा है किंतु जरूरत इसे अभी सही दिशा और देने की है। ये भावना, देशभक्ति का जज्बा यदि सही दिशा की ओर मुड़ जाए तो दावे के साथ कहा जा सकता है कि देश दुनिया का सिरमौर बन जाएगा।
चीन हो या अमेरिका हमें धमकाने की सोच भी नहीं सकेगा। हमला करने की बात तो संभव ही नहीं होगी। चीन या अन्य कोई देश हमारी और आंख उठाकर देखने की भी हिम्मत नहीं करेगा। इस देश भक्ति की भावना की शुरुआत देश में कोरोना शुरू होने के समय से प्रारंभ हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर हमने कोरोना वॉरियर के सम्मान में थाली, चिमटे, घंटे और घड़ियाल बजाए। उन पर फूलों की वर्षा की। उन्हें जगह−जगह सम्मानित किया।
कुछ राजनैतिक विरोधियों और वामपंथियों ने इसका मजाक उड़ाया, किंतु उनकी आवाज कोई प्रभाव नहीं छोड़ सकी। हाल में आमिर खान की फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ रिलीज होनी थी। इसके रिलीज होने से पहले ही देश में फिल्म का जोर−शोर से विरोध शुरू हो गया। फिल्म रिलीज हुई। इसके बॉयकॉट के विरोध का असर ये रहा कि बॉक्स आफिस पर बुरी तरह पिट गई। ग्राहकों ने सिनेमा हाल की ओर जाना भी गंवारा नहीं किया। इससे पहले विरोध करने वाले, फिल्म चलाने वाले सिनेमा घरों पर फिल्म चलाने के विरोध में प्रदर्शन करते थे। फिल्म देखने जाने वाले दर्शकों को रोकते थे।
अबकी बार इसकी जरूरत ही नहीं पड़ी। दर्शक स्वयं ही सिनेमाघरों की ओर नहीं गए। इसी तरह विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ के साथ भी हुआ। आने से पहले ही इसके पक्ष में प्रचार शुरू हो गया। हालत यह हुई कि जब हमने इस फिल्म के पहली रात में टिकट बुक किए तब तक चार टिकट बुक हुए थे। अगले दिन दोपहर में जब हम फिल्म देखने गए, सिनेमा हाल की सारी सीट भरी थीं। इसके समर्थन का असर यह हुआ कि जो फिल्म नहीं देखते थे, वे भी देखने गए। परिणाम स्वरूप फिल्म ने मोटा धन कमाया।
अभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी के अमृत महोत्सव पर जनता से घर−घर तिरंगा फहराने का आह्वान किया। तिरंगा यात्रा निकालने की अपील की। इस बार विरोध के लिए विरोध करने वाले कसमसा कर रह गए। कुछ भी नहीं कर सके। उन्होंने भी अपने घरों पर तिरंगा फहराया। तिरंगा यात्रा में शामिल हुए। घरों पर तिरंगा फहराने के प्रति जनता में भारी जनून नजर आया। अधिकांश घरों पर तिरंगा लहराया गया।
स्कूल, काँलेज ही नहीं मदरसों में भी तिरंगा फहराया गया। हिंदू ही नहीं मुस्लिम और सिख भी तिरंगा यात्रा में जोश के साथ शामिल हुए। जिस जम्मू-कश्मीर राज्य में तिरंगा फहराने की कल्पना भी किसी ने नहीं की थी, वहां भी तिरंगा फहराया गया। तिरंगा यात्रांए निकलीं। पाकिस्तान समर्थक फरार चल रहे एक आतंकवादी के पिता ने भी अपने इलाके में तिरंगा यात्रा निकाली।