हरिद्वार: करप्शन के आरोपों से घिरे निलंबित आइएफएस और हरिद्वार के पूर्व प्रभगीय वनाधिकारी किशनचंद कि गिरफ्तारी के लिए विजिलेंस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। आपको बता दें कि हल्द्वानी विजिलेंस कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद पूर्व प्रभागीय वनाधिकारी किशन चंद की गिरफ्तारी के लिए विजिलेंस की टीम ने उनके ठिकाने दिल्ली और मेरठ में छापेमारी करी है।
वहीं एक दूसरी टीम उनकी गिरफ्तारी के लिए हरिद्वार में डेरा डाले हुई है। किशन चंद की पत्नी व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष बृज रानी समेत परिवार के सभी सदस्य घर से फरार बताए जा रहे हैं। इसलिए विजिलेंस जल्द ही कुर्की की कार्रवाई अमल में लाने की तैयारी करने में जुटी है। खबर थी कि सस्पेंड आइएफएस किशनचंद को भाजपा के पूर्व विधायक व रविदास आचार्य सुरेश राठौर ने बीते माह उत्तरी हरिद्वार में एक भव्य आयोजन कर अपने रविदास अखाड़े में महामंत्री बनाया था।
इसके बाद भी किशनचंद की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। जानकारी के अनुसार पूर्व आईएफएस किशन चंद पर कालागढ़ रेंज में तैनाती के दौरान रहते हुये मोरघट्टी व पाखरो में अवैध तरीके से निर्माण कार्य कराने के साथ हरे पेड़ों के कटान और सरकारी धन के दुरुपयोग और फर्जी बिल बनाकर ठेकेदारों को भुगतान करने का संगीन आरोप लगा था और विभागीय जांच में ये सभी आरोप सही भी पाए गए थे।
इसके बाद पूर्व आइएफएस किशन चंद्र को निलंबित कर दिया गया था। फिलहाल किशनचंद के घर और कलियर-सोहलपुर मार्ग पर स्थित बृज इंटरनेशनल स्कूल पर भी ताला लटका हुआ है। विजिलेंस के एक अधिकारी ने बताया कि किशनचंद की जल्द गिरफ्तारी नहीं होती है तो कुर्की की कार्रवाई अमल में लाई जायेगी।