कैमरामैन आलम के साथ न्यू हिन्दुस्तान संवाददाता भावना
देहरादून। जौनसारी जनजाति का सदस्य हूँ तथा जौनसार बावर क्षेत्र का निवासी हूँ भारत सरकार ने 1967 में हमें क्षेत्र विशेष के आधार पर हमें अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिया व हमारी सरकारी व गैर सरकारी जमीन कोई गैर जौनसारी न खरीद सकें न ही गलत तरह से अपने नाम करा सके। इसकी शक्तियाँ भी भारत सरकार ने हमें प्रदान की। लेकिन साज़िश के तहत 1967 के बाद गैर जौनसारीयों को पटटे तक दे दिये गये जबकि उनका हमारे धर्म से संस्कृति से या किसी भी प्रकार के जौनसारी रीति रिवाज से मतलब नहीं है
उसके बाद गलत तरह से कुछ राजस्व विभाग के कर्मचारियों ने साँठ गाँठ करके गैर जोनसारीयों के नाम जमीन नाम लगवा दी जो जोनसारी जनजाति का हनन है तथा 1967 जौनसारी जनजाति के विरुदध है. जौनसार बावर क्षेत्र में ऐसी सभी ज़मीनों की जाँच कराने हेतु एक अलग अलग विभागीय अधिकारियों के साथ एक विशेष समिति गठित कर सर्वप्रथम ये जाँच की जाए कि कितनी जमीन 1967 के बाद गैर जौनसारीयों के नाम दर्ज हुई है उसके बाद तत्काल प्रभाव से ऐसी सभी जमीनें निरस्त कि जाए।
इसके अतिरिक्त 1967 के बाद आए गैर जौनसारीयों को बड़ी संख्या में जोनसारी जनजाति के अवैध प्रणाम पत्र राजस्व विभाग, तत्कालिक तहसीलदार ने जारी किये हैं. वही जिन गैर जौनसारीयों के नाम जमीन दर्ज हुई है अब वो किसान बन गये हैं तथा किसान पेंशन का लाभ उठा रहे हैं वही लंबे समय से बसावट के कारण प्रधानमंत्री आवास, अटल योजना, स्वजल योजना से शौचालय तथा न जाने कौन कौन सी योजना का लाभ लेकर जोनसारी जनजाति का हनन कर रहे हैं.
महोदय हम पिछले एक साल से अपने ज़मीनों से अवैध क़ब्ज़ों के ख़िलाफ़ जोनसारी जनजाति आंदोलनरत है परंतु तहसीलदार त्युनी / उपजिलाधिकारी त्युनी व आप स्वयं दवारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है हम सब बहुत दूखी है हम ये समझने लगे हैं आप कार्यवाही करने से बच रहे हैं कि हमें विवश होकर माननीय उच्च न्यायालय नैनीताल के समक्ष विषय को रखा जाए।
हमारे दवारा दिनांक 20/02/2023 को राज्यपाल महोदय के नाम एक शिकायत पत्र आपके माध्यम से भेजा गया था तत्पश्चात् 10/03/2023 को उपजिलाधिकारी त्युनी से मिलकर पुनः कार्यवाही करने की माँग की गई थी तत्पश्चात् 10/04/2023 को मिलकर क्षेत्रवासीयों ने अवैध क़ब्ज़ों की शिकायत की थी तत्पश्चात् 08/08/2023 को भी शिकायत पत्र दिया था फिर दिनांक 5/09/2023 को पुनः शिकायत पत्र दिया था पुनः आज 24/02/2024 पत्र दिया था.
शिकायतकर्ताओं ने विभिन्न जगह की शिकायत की थी लेकिन आजतक कोई कार्रवाई नही हूई । ऐंठान के अजमेर सिंह आदि की जमीन पर गुलाम मुस्थपा ने क़ब्ज़ा किया, जगत राम सूनीर द्वारा मीर अली नाम के व्यक्ति द्वारा शिकायत की गई आज तक अवैध क़ब्ज़ों मुक्त नहीं हुआ, विरेंद्र जोशी मुघोल ने चांदनी में नूर हसन द्वारा अवैध क़ब्ज़ा किया गया आज तक नही हटा, विजन सिंह आदी दर्जनों अनुसुचित जाती व जनजाति के लोगों के जमीन पर क़ब्ज़ा होना पाया गया है परंतु गैर जौनसारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।