ऊधम सिंह नगर। बिजली कटौती से उपभोक्ता त्रस्त हैं। इससे उद्योगों में 20-25 फीसदी उत्पादन घट गया है। कुछ उद्योगों में तो श्रमिकों की छुट्टी कर शिफ्ट बंद करने की बात हो रही है। ऊर्जा निगम बारिश होने पर ही स्थिति सामान्य होने की बात कर रहा है। डेढ़ महीने से आसमान से आग बरस रही है। ऐसे में बिजलीघर भी ओवरलोड होने लगे हैं।
बिजली घरों में फॉल्ट, तार टूटने, केबल जलने और ट्रांसफार्मर फुंकने आदि घटनाएं हो रही है। इसे देखत हुए कटौती की जा रही है। इसका असर शहर, ग्रामीण और औद्योगिक क्षेत्रों में पड़ रहा है। उपभोक्ताओं का कहना है कि निगम को व्यवस्था में सुधार के लिए काम करना चाहिए।
उद्योगपति बोले
4-5 घंटे बिजली कटौती होने से उद्योग संचालन में काफी परेशानी हो रही है। प्रतिदिन करीब 20 फीसदी उत्पादन प्रभावित हो रहा है। ऊर्जा प्रदेश के लिए यह गंभीर समस्या है। सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
-कार्तिकेय तोमर, उद्योगपति
6-7 घंटे बिजली कटौती हो रही है। इसका कोई समय निश्चित नहीं है। 25-30 फीसदी उत्पादन प्रभावित हो रहा है। एक शिफ्ट भी बंद करनी पड़ रही है। एक ट्रिपिंग के बाद दोबारा चालू करने में काफी समय लगता है। सरकार को सौर ऊर्जा के लिए अनुमति देने में देर नहीं करनी चाहिए। इसके आवेदन में विभिन्न प्रकार की आपत्तियां लगाई जा रही है। घरेलू बिजली सौर ऊर्जा होने में भी काफी सुधार हो सकता है। इस कार्य के लिए पीसीएस स्तर के अधिकारी की नियुक्ति होनी चाहिए। इसके लिए पूर्व में सरकार को पत्राचार भी किया जा चुका है।
– योगेश जिंदल, उद्योगपति
अब स्थिति सामान्य है। एक-दो इंडस्ट्री क्षेत्र में कटौती हो रही है। यह स्थिति भी शीघ्र ही सामान्य हो जाएगी।
-अनिल वर्मा, अधीक्षण अभियंता, ऊर्जा निगम काशीपुर