बहराइच। बहराइच की सांप्रदायिक हिंसा में एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद बहराइच के कई हिस्सों में हिंसा हुई। इस बीच देर रात मुख्य आरोपी सलमान समेत दस लोगों पर एफआईआर किया गया। सूत्रों के अनुसार 20 से 25 लोगों के हिरासत में लेने की खबरें आ रही हैं। उधर दूसरी ओर पूजा कमेटी देर रात तक इस बात पर अड़ी रहीं कि आरोपियों की गिरफ्तारी हो। आरोपियों को फांसी देने के नारे देर रात सड़कों पर गूंजते रहे।
महराजगंज की घटना के विरोध में पूरे बहराइच जिले में बवाल बढ़ गया है। देर रात तक प्रदर्शन और जगह-जगह आगजनी होती रही। इस बीच पुलिस व प्रशासन बैकफुट पर नजर आया। डीजीपी की सख्ती के बाद देर रात हरदी थाना प्रभारी और महसी चौकी प्रभारी को निलंबित किया गया। एक साथ पूरे जिले में विरोध शुरू होने पर आला अधिकारी भी सकते में नजर आए। गायघाट पर भी रविवार देर रात पूजा समितियों ने प्रतिमाओं का विसर्जन रोक दिया। डीएम-एसपी पर कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन भी किया। स्टीलगंज तालाब मार्केट के पास गाड़ी में आग लगा दी। अस्पताल चौराहे पर लगे बैनर गिराकर आग के हवाले कर दिया।
आग बुझाने पहुंची दमकल टीम पर भी पथराव कर दिया। कर्मचारी किसी तरह वहां से भागे। पुलिस ने लाठी भांजकर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा। देर रात मौके पर डीएम मोनिका रानी भी पहुंचीं। उन्हें देख लोगों ने फिर पुलिस व प्रशासन के विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी। गुस्साए लोगों ने देर रात करीब 11:30 बजे नानपारा-लखीमपुर हाईवे भी जाम कर दिया। इस बीच डीएम-एसपी के खिलाफ नारेबाजी के बीच सीएम योगी जिंदाबाद के नारे भी लगे। गुस्साए लोग लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर लगातार कार्रवाई की मांग करते रहे।
महसी तहसील के हरदी थाना क्षेत्र के महराजगंज कस्बे में हुई घटना को लेकर लोगों में पुलिस प्रशासन के प्रति भारी आक्रोश है। जिसे देखते हुए एसपी वृंदा शुक्ला ने हरदी थाना प्रभारी सुरेश कुमार वर्मा व महसी चौकी इंचार्ज शिव कुमार को निलंबित कर दिया है। हालांकि सीओ पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उन पर कार्रवाई न होने से लोगों में अभी भी भारी आक्रोश है। एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि अपने दायित्यों में लापरवाही को लेकर एसएचओ व महसी चौकी प्रभारी को निलंबित किया गया है। पूरे घटना क्रम की सघन जांच की जा रही है। कर्तव्यों में लापरवाही बरतने वाले किसी को भी बक्शा नहीं जाएगा। हालांकि एसपी की कार्रवाई के बाद भी लोगों में आक्रोश बना हुआ है। लोगों का कहना है कि थाने की पुलिस के साथ-साथ सीओ रुपेन्द्र गौड़ ने भी लापरवाही बरती और लाठियां भांजी। ऐसे में इनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
बहराइच जिले के महसी तहसील के महराजगंज कस्बे में रविवार की शाम मूर्ति विसर्जन के दौरान डीजे पर बज रहे गाने को लेकर विवाद हो गया। गाने के विरोध में दूसरे समुदाय के युवकों ने गाली-गलौज की और छत से पत्थरबाजी कर दी। बताया जाता है कि पत्थर चलने से मां दुर्गा की प्रतिमा खंडित हो गई। जिससे दूसरे समुदाय ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। आरोप है कि प्रदर्शन दौरान दूसरे समुदाय के लोग एक युवक को घर के अंदर पकड़ ले गए और गोली मार दी। जिससे रेहुवा मंसूर निवासी रामगोपाल मिश्रा(24) की मौत हो गई। वहीं उसे बचाने पहुंचा राजन(28) भी गंभीर रुप से घायल हो गए। यही नहीं लगभग एक दर्जन अन्य लोगों के घायल होने की बात कही जा रही है। स्थिति को काबू में करने के लिए मौके पर छह थानों की पुलिस व पीएसी तैनात है। एसपी वृंदा शुक्ला समेत अन्य आला अधिकारी महराजगंज में कैंप कर रहे हैं।