चंडीगढ़: नगर निगम की बैठक मंगलवार को उस समय हंगामेदार हो गई जब डॉ0 बीआर अंबेडकर पर गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी को लेकर कांग्रेस और बीजेपी पार्षद आपस में भिड़ गए। हाथापाई की वजह राष्ट्रीय स्तर पर सहयोगी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के पार्षदों द्वारा पारित एक प्रस्ताव था, जिसमें पिछले हफ्ते राज्यसभा में संविधान पर बहस के दौरान उनकी टिप्पणियों के लिए शाह के इस्तीफे की मांग की गई थी। मारपीट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है। पार्षदों को मारपीट करते हुए देखा जा सकता है क्योंकि परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों ने पूरी बात कैद कर ली है।
कुछ पार्षद हाथापाई के दौरान कैमरे की ओर देखते हुए भी कैद हुए, लेकिन इससे उनके प्रयासों में कोई कमी नहीं आई। वहीं, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने मंगलवार को कहा कि अंबेडकर विवाद का एकमात्र समाधान यह है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को बर्खास्त किया जाना चाहिए और राज्यसभा में बाबासाहेब अंबेडकर पर अपनी टिप्पणी पर देश से माफी मांगनी चाहिए। मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, जयराम रमेश ने इस बात पर प्रकाश डाला कि पिछले सात दिनों से कांग्रेस ‘अंबेडकर सम्मान’ सप्ताह मना रही है, जिसके दौरान विभिन्न स्थानों पर 100 से अधिक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई हैं।
जयराम रमेश ने कहा कि यह 17 दिसंबर को गृह मंत्री द्वारा अंबेडकर के अपमान के जवाब में है। आज सभी जिलों में बैठकें हो रही हैं और राष्ट्रपति को सौंपने के लिए एक दस्तावेज तैयार किया जा रहा है। इस स्थिति का एकमात्र समाधान यही है कि गृह मंत्री को बर्खास्त किया जाये और माफी मांगी जाये। उन्होंने कहा कि पिछले 7 दिन से कांग्रेस पार्टी ‘अंबेडकर सम्मान सप्ताह’ मना रही है। हमने अमित शाह द्वारा अंबेडकर जी के अपमान किए जाने के मामले में देश के 100 से ज्यादा शहरों में प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की हैं।