11 अगस्त गुरुवार को दो बड़े सितारों की फिल्में एक साथ रिलीज हो रही हैं। आमिर खान की ‘लाल सिंह चड्ढा’ और अक्षय कुमार की ‘रक्षा बंधन’। ऐसा पहले भी कई बार हुआ है जब एक ही दिन दो बड़े सितारों की बॉक्स ऑफिस पर टक्कर हुई हो और दोनों ही फिल्में बेहद सफल रही हों। लेकिन इस बार मामला थोड़ा अलग है। इन दोनों फिल्मों को लेकर राजनीतिक महाभारत छिड़ी हुई है और दोनों ही फिल्मों के बहिष्कार के आह्वान किये जा रहे हैं। इससे आमिर खान की नींद और अक्षय कुमार के होश उड़ गये हैं। बहिष्कार के आह्वानों के चलते यदि फिल्में पिटीं तो इन सितारों की ब्राण्ड वैल्यू धराशायी हो जायेगी इसी बात को लेकर अक्षय और आमिर बेहद चिंतित नजर आ रहे हैं।
यही कारण है कि फिल्म अभिनेता आमिर खान ने कहा है कि वह अपनी बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ के प्रदर्शन से पहले काफी बेचैन हैं और उन्हें रातों को नींद नहीं आ रही है। हम आपको बता दें कि आमिर की यह फिल्म 11 अगस्त को दुनिया भर में सिनेमाघरों में प्रदर्शित होने वाली है। आमिर खान की आखिरी फिल्म “ठग्स ऑफ हिंदुस्तान” 2018 में आई थी, लेकिन बॉक्स ऑफिस पर बहुत कमाल नहीं दिखा सकी थी। इसलिए सभी की नजरें इस बात पर हैं कि ‘लाल सिंह चड्ढा’ क्या गुल खिलाती है।
आमिर खान के प्रशंसक भी बड़ी संख्या में हैं और काफी समय से उनकी फिल्म की प्रतीक्षा कर रहे हैं लेकिन कुछ समय पहले अपने बयानों से विवाद मोल लेने वाले आमिर खान ने अपने विरोधी भी बड़ी संख्या में पैदा कर लिये हैं। यह विरोधी फिल्म का बैंड बजाने के लिए एकदम तैयार बैठे हैं। इसीलिए जब आमिर खान दिल्ली में अपनी फिल्म के प्रचार के लिए आये तो चिंता की लकीरें उनके माथे पर साफ नजर आ रही थीं। पीवीआर सिनेमा के 25 साल पूरा होने के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद जब पत्रकारों से बात कर रहे थे तब उनके चेहरे पर मुस्कान की जगह टेंशन ने ले रखी थी।
इस बात को जाहिर करते हुए आमिर खान ने पत्रकारों से कह भी दिया कि मैं वास्तव में फिल्म के प्रदर्शन को लेकर काफी घबराया हुआ हूं और 48 घंटों से नहीं सोया हूं। उन्होंने कहा कि मैं इन सब चीजों से ध्यान हटाने के लिए ऑनलाइन शतरंज खेलता हूं, खुद को व्यस्त रखने के लिए किताबें पढ़ता हूं। लेकिन मेरा ध्यान हट ही नहीं रहा है। आमिर खान ने कहा कि मुझे लगता है कि मैं और फिल्म के निर्देशक अद्वैत चंदन 11 अगस्त के बाद ही सो सकेंगे।
हम आपको बता दें कि “लाल सिंह चड्ढा” में करीना कपूर खान, नागा चैतन्य और मोना सिंह भी अहम भूमिकाओं में हैं। इस कार्यक्रम के दौरान, आमिर खान ने दर्शकों से फिल्म देखने के लिए सिनेमाघरों में आने की अपील दोहराई और कहा कि यह बहुत सारे लोगों की वर्षों की मेहनत का फल है। उन्होंने कहा, “अगर मैंने अपने किसी कदम से किसी को ठेस पहुंचाई है, तो मैं इसके लिए दुखी हूं। मैं किसी को आहत नहीं करना चाहता।” उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि अगर कुछ लोग मेरी फिल्म नहीं देखना चाहते हैं, तो मैं इसका सम्मान करूंगा।” फिल्म के बहिष्कार के संबंध में सोशल मीडिया पर किए गए आह्वान के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में आमिर खान ने कहा, “लेकिन मैं चाहता हूं कि अधिक से अधिक लोग फिल्म देखें। हमने काफी मेहनत की है।” आमिर खान ने कहा कि फिल्म निर्माण एक टीम का प्रयास है। इसमें सिर्फ मैं ही नहीं हूं।
दूसरी ओर अक्षय कुमार की बात करें तो उनकी फिल्म ‘रक्षा बंधन’ का भी बहिष्कार किये जाने का आह्वान सोशल मीडिया पर हो रहा है। ‘लाल सिंह चड्ढा’ फिल्म का जब तक बहिष्कार करने की बात हो रही थी तब तक अक्षय चुप थे लेकिन जैसे ही उनकी फिल्म निशाने पर आई वैसे ही वह बोल पड़े। अभिनेता अक्षय कुमार ने कहा है कि भारत जैसे आजाद देश में फिल्मों का बहिष्कार करने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि एक उद्योग के तौर पर सिनेमा भी राष्ट्र निर्माण में योगदान देता है। अक्षय कुमार ने कहा कि ‘‘अगर आपका फिल्म देखने का मन नहीं है, तो न देखें। यह एक स्वतंत्र देश है और फिल्म भी इसका हिस्सा है, इसलिए अगर कोई इसे देखना चाहता है या नहीं, तो यह उनके ऊपर है।
अक्षय ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं आपको बताना चाहता हूं कि चाहे वह कोई भी उद्योग हो, चाहे वह कपड़ा उद्योग हो, फिल्म उद्योग हो या कुछ और, इन सभी से अर्थव्यवस्था को मदद मिलती है। लेकिन फिल्मों का बहिष्कार करने जैसी चीजें करने का कोई मतलब नहीं है।’’ ‘रक्षा बंधन’ फिल्म के प्रचार के दौरान अक्षय कुमार ने लोगों से इस तरह के चलन यानि फिल्मों के बहिष्कार के चलन का हिस्सा नहीं बनने की भी अपील की। उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने देश को सबसे बड़ा और महान बनाने के मोड़ पर हैं। इसलिए मैं बस आपसे अनुरोध करूंगा कि इस तरह की बातों में नहीं आएं।”
जहां तक अक्षय कुमार की फिल्म रक्षा बंधन की बात है तो आपको बता दें कि आनंद एल. राय द्वारा निर्देशित यह फिल्म एक दुकान के मालिक राजू (अक्षय) की कहानी कहती है, जो अपनी चार छोटी बहनों की शादी करने के लिए संघर्ष कर रहा है। इसमें कुमार की ऑन-स्क्रीन बहनों की भूमिका में सादिया खतीब, सहजमीन कौर, दीपिका खन्ना और स्मृति श्रीकांत हैं। आगामी फिल्म में दहेज का भी मुद्दा केंद्र में है। ‘रक्षा बंधन’ में भूमि पेडणेकर भी अहम भूमिका में हैं।
बहरहाल, अब देखना होगा कि एक साथ आ रही यह दो बड़ी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर कैसा प्रदर्शन कर पाती हैं। यदि यह दोनों फिल्में ‘बहिष्कार’ का शिकार होती हैं तो आगे आने वाली फिल्मों के लिए भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। वैसे अभिनेताओं के हालिया बयानों की बात करें तो साफ प्रतीत होता है कि यह सामान्य जीवन में भी कई भूमिकाएं निभाते हैं। जब इनका मन होता है तो किसी के समर्थन में या विरोध में बयान दे देते हैं लेकिन जब इनकी फिल्म आने वाली होती है तो बड़ी शराफत से पेश आते हैं और इस तरह का व्यवहार करते हैं जैसे इनसे ज्यादा गुणों से संपन्न कोई दूसरा व्यक्ति है ही नहीं।