तिरुवनंतपुरम। केरल सरकार ने पूर्व राज्यसभा सदस्य केके रागेश की पत्नी प्रिया वर्गीज को कन्नूर विश्वविद्यालय में मलयालम की एसोसिएट प्रोफेसर नियुक्त किए जाने का विधानसभा में बचाव किया। राज्य की उच्च शिक्षा मंत्री आर बिंदु ने सदन में कहा कि केवल उन्हीं उम्मीदवारों को कन्नूर विश्वविद्यालय ने साक्षात्कार के लिए बुलाया था, जिनके पास न्यूनतम अकादमिक अंक अर्हता एवं यूजीसी द्वारा निर्धारित मूल योग्यता थी।
मंत्री ने दावा किया कि उसके बाद आयोग के नियमानुसार गठित एक चयन समिति ने उन सभी का साक्षात्कार लिया था। इस तरह, नियुक्ति प्रक्रिया में कोई अनियमितता नहीं हुई।
विपक्ष ने आरोप लगाया कि वर्गीज समेत कई अभ्यर्थी पदों के लिए पात्र नहीं थे और उन्हें राजनीतिक दखलअंदाजी के चलते नियुक्त किया गया। विपक्ष के आरोपों पर बिंदु के जवाब के बाद विधानसभा अध्यक्ष एमबी राजेश ने व्यवस्था दी कि विपक्ष के कार्य स्थगन प्रस्ताव को खारिज किया जाता है।
उसके बाद विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ने आरोप लगाया कि ऐसी अवैध नियुक्तियों के लिए सरकार ऐसे लोगों को कुलपति नियुक्त कर रही है, जो उसकी कठपुतली हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में विश्वविद्यालयों का काफी हद तक राजनीतिकरण कर दिया गया है।