गोर्खाली सुधार सभा के एक कर्मचारी का जो विगत 21 अक्टूबर से राजधानी के दून चिकित्सालय में पेट की समस्या से पीड़ित हैं। मिली जानकारी के अनुसार आकाश गुरुंग नाम के ये गंभीर रोग से पीड़ित व्यक्ति गोर्खाली सुधार सभा के 17 साल से कर्मचारी हैं। यह वह संगठन है जो अपने समुदाय के हित के लिए काम करने में सिर्फ बढ़ाई मारने में अव्वल है।
कितने शर्म की बात है कि आकाश गुरुंग नाम के इस गोर्खाली सुधार सभा के कर्मचारी के पेट का ऑपरेशन हुआ है। बेहद अफसोस की बात है कि जिस संगठन का यह कर्मचारी है संगठन के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, महामंत्री और ना ही कोई भी जिम्मेदार अधिकारी इसकी खैर खबर लेने अस्पताल आया है।
गोर्खाली सुधार सभा नाम का संगठन सिर्फ लोगों को बहकावे में रखता है इसका किसी के दुख तकलीफ से कोई लेना देना नहीं है। ऐसे में प्रसिद्ध समाजसेवी सुश्री सारिका प्रधान और प्रसिद्ध समाज सेवक अनिल कक्कड़ आकाश गुरुंग की कुशल क्षेम लेने दून चिकित्सालय पहुंचे। क्योंकि वह पूर्व में इस गोर्खाली सुधार सभा संगठन से जुड़े हुए थे।
उनका पहुंचना और आकाश गुरुंग की मदद के लिए लोगों से अपील करना गोर्खाली सुधार सभा के मौजूदा अध्यक्ष के मुंह पर एक तमाचा है। बहरराल समाज सेवा और अपने समुदाय के लिए काम करने वाली संस्थाएं सिर्फ कागजी घोड़े दौड़ाने वाली संस्थाएं हैं, जो खानापूर्ति के लिए रजिस्टर में दर्ज हैं लेकिन उनका समाज सेवा और अपने समुदाय हित के लिए कोई भी योगदान नहीं है। सिर्फ अपनी जेब भरने के अलावा अपने समाज से कोई लेना देना नहीं है।