छपरा: बिहार में जहरीली शराब से मरने वालों की बात कोई नई नहीं है इससे पहले भी बिहार शराब कांड में बहुत से लोगो ने अपनी जान गवाई थी। सबसे बड़ा सवाल है कि बिहार सरकार इस ओर से कितनी बफिक्र है जबकि बिहार में शराब बंदी है बावजूद उसके बिहार में शराब की अवैध बिक्री जोरों पर है और सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है।
सरकार की इसी लापरवाही का नतीजा है कि अबकि फिर बिहार के छपरा से जहरीली शराब पीने से मरने वालों की दुखद खबर आ रही है। शराबबंदी वाले बिहार में एक बार फिर से जहरीली शराब का कहर देखने को मिला है। सारण जिले में जहरीली शराब पीने से मौतों का आंकड़ा बढ़कर 14 पहुंच चुका है। इसमें सबसे अधिक मसरख के 10 लोगों की मौत हुई है। जबकि अमनौर के तीन एवं मढ़ौरा के एक व्यक्ति शामिल है।
हालांकि अभी तक छह पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल पहुंचा है। जबकि आधा दर्जन से अधिक लोगों का उपचार सदर अस्पताल एवं पीएमसीएच में चल रहा है। मृतकों के कई परिजन बीमारी से मौत होने की भी बात बता रहे हैं। पुलिस प्रशासन इस घटना पर कुछ भी बताने से इंकार कर रहा है।पुलिस कप्तान ने बताया कि पूरे मामले की अभी पड़ताल की जा रही है। घटना के बाद सोमवार की रात ही सदर अस्पताल में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
घटना के संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि इसुआपुर थाना क्षेत्र के डोइला से आए जहरीली शराब पीने से अमनौर,मढौरा एवं मशरख प्रखंड के 14लोगों की मौत हुई ,जबकि छह अन्य गंभीर रूप से बीमार हैं। सभी बीमारों को मसरक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है,वहां से एक व्यक्ति को छपरा सदर अस्पताल रेफर किया गया है।