उत्तरकाशी। तिलोथ में नगर के कूड़े का निस्तारण कर रही कंपनी सेग्रीगेशन के बाद बचे कूड़े काे खुले मैदान में छोड़ कर चली गई है। वहीं कंपनी के काम बंद करने के कारण तांबाखाणी में रखे कूड़े का भी निस्तारण नहीं हो पाया है, जिससे वह भागीरथी को दूषित कर रहा है। वहीं तिलोथ स्थित कूड़ा निस्तारण मैदान में जमा कूड़ा पर्यावरण सहित जल स्रोत को दूषित कर रहा है।
गत वर्ष नगर पालिका की ओर से एक कंपनी साक्या इनबावरो प्राइवेट लिमिटेड के साथ तांबाखाणी में रखे गए छह हजार मीट्रिक टन कूड़े के निस्तारण का अनुबंध हुआ था। नगरपालिका की ओर से उत्तरकाशी-लंबगांव मोटर मार्ग पर तिलोथ में कंपनी को एक मैदान दिया गया, जहां पर स्थानीय लोगों ने विरोध शुरू कर दिया था। विरोध के बाद स्थानीय विधायक सहित डीएम और पालिकाध्यक्ष और अधिकारियों की मौजूदगी में ग्रामीणों के साथ बैठक की गई।
इसमें निर्णय लिया गया कि पालिका की ओर से अनुबंधित कंपनी 60 दिन के भीतर कूड़े का निस्तारण करने के बाद वहां से पांच दिन के भीतर पूरे कूड़े हटाएगी, लेकिन कंपनी ने कुछ दिन कूड़ा निस्तारण करने के बाद काम बंद कर दिया। इससे जहां तिलोथ में खुले मैदान में निस्तारण के बाद का कूड़ा बचा हुआ है, वहीं तांबाखाणी में भी अभी भी कूड़ा जमा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कूड़े से भागीरथी और पानी का स्रोत भी दूषित हो रहा है।
ईओ शिव सिंह चौहान का कहना है कि तिलोथ में पसरे कूड़े को जल्द उठाने का कार्य किया जाएगा। वहीं ताबांखाणी में जो कूड़ा निस्तारण के लिए बच गया है। उसके लिए कंपनी से वार्ता चल रही है।