
देहरादून/हरिद्वार | कांवड़ मेले के अंतिम चरण में श्रद्धालुओं की संख्या में जबरदस्त वृद्धि देखने को मिली। अब तक कुल 3 करोड़ 56 लाख 90 हजार से अधिक कांवड़ यात्री हरिद्वार और आसपास के गंगा घाटों से गंगाजल भरकर अपने गंतव्यों की ओर रवाना हो चुके हैं। सिर्फ सोमवार को 55 लाख श्रद्धालु हरिद्वार से गंगाजल लेकर रवाना हुए। रविवार को यह संख्या 53 लाख थी।
हरकी पैड़ी, भीमगोडा और सुभाष घाट जैसे प्रमुख स्थलों पर भारी भीड़ रही।
देहरादून में एसएसपी अजय सिंह ने स्वयं संभाला मोर्चा
देहरादून में कांवड़ मेले की व्यवस्था का जायजा लेने और आपात स्थिति से निपटने के लिए एसएसपी अजय सिंह खुद सड़क पर ड्यूटी पर उतरे। ऋषिकेश के श्यामपुर फाटक पर ट्रेन के कारण लगे जाम को खुलवाने के लिए उन्होंने एसपी ऋषिकेश के साथ मोर्चा संभाला। इस दौरान एक कांवड़ यात्री के बेहोश होने पर एसएसपी ने तत्परता दिखाते हुए उसे तुरंत अस्पताल भिजवाया।
कांवड़ियों की रफ्तार 100 किमी से अधिक
अंतिम दो दिनों में डाक कांवड़ यात्रियों की रफ्तार तेज रही। शिवभक्त कुछ ही घंटों में 100 से 195 किलोमीटर तक की दूरी तय करने का लक्ष्य लेकर दौड़ रहे हैं। हरिद्वार से बागपत और गाजियाबाद तक के यात्रियों ने छह से सात घंटे में अपने गंतव्य तक पहुंचने का दावा किया।
डाक कांवड़: कठिन और तेज़ चरण
डाक कांवड़ यात्रा को सबसे कठिन और तेज माना जाता है, जिसमें शिवभक्त गंगाजल लेने के बाद बिना रुके लगातार दौड़ते हैं। इस बार श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह और जोश देखा गया। उनका कहना है कि “हर कदम बाबा भोलेनाथ के नाम है, थकान हमें छू नहीं सकती।”