
देहरादून । तीन माह के अंतराल के बाद आज से केदारनाथ धाम के लिए हेलिकॉप्टर सेवा दोबारा शुरू हो रही है। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। डीजीसीए टीम ने सुरक्षा मानकों की जांच के बाद अनुमति दी है। हालांकि, मौसम खराब रहने पर उड़ान की अनुमति नहीं होगी।
तीन माह बाद श्रद्धालुओं को राहत
उत्तराखंड में मानसून सीजन के चलते पिछले तीन माह से केदारनाथ के लिए हवाई सेवाएं ठप थीं। अब जैसे ही मौसम सामान्य होने लगा, यूकाडा ने हेली सेवाएं बहाल करने का फैसला लिया। इससे उन श्रद्धालुओं को राहत मिलेगी जो पैदल यात्रा करने में सक्षम नहीं हैं और जल्दी दर्शन करना चाहते हैं।
डीजीसीए ने किया सुरक्षा मानकों का निरीक्षण
हेली सेवाओं को दोबारा शुरू करने से पहले नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) की टीम उत्तराखंड पहुंची। टीम ने गुप्तकाशी, सिरसी और फाटा हेलिपैड पर सुरक्षा व्यवस्था और संचालन मानकों का निरीक्षण किया। पायलटों की तैनाती, हेलिकॉप्टरों की तकनीकी स्थिति और ट्रायल फ्लाइट्स की भी जांच की गई। रिपोर्ट सकारात्मक आने के बाद ही संचालन को हरी झंडी मिली।
छह कंपनियों के सात हेलिकॉप्टर तैनात
हेली सेवा संचालन के लिए इस बार छह कंपनियों को अनुमति दी गई है। कुल सात हेलिकॉप्टर गुप्तकाशी, सिरसी और फाटा हेलिपैड पर तैनात हैं। इन हेलिपैड्स से शटल सेवाओं के जरिए श्रद्धालुओं को केदारनाथ तक पहुंचाया जाएगा। हेली कंपनियों की ट्रायल उड़ानें सफल रहीं और सुरक्षा मानकों पर संतोषजनक पाई गईं।
मौसम रहेगा निर्णायक
यूकाडा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशीष चौहान ने बताया कि “केदारनाथ हेली सेवा संचालन के लिए सभी तैयारियां पूरी हैं। डीजीसीए टीम के साथ बैठक भी सकारात्मक रही है। लेकिन मौसम खराब रहने पर उड़ान की अनुमति नहीं दी जाएगी। सभी कंपनियों की शटल सेवाओं पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।”
चारधाम यात्रा के दौरान खराब मौसम, विशेषकर घने बादल और तेज हवाएं, हवाई संचालन के लिए बड़ा खतरा मानी जाती हैं। इसी कारण हर उड़ान से पहले मौसम का पूर्वानुमान लिया जाएगा और सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी।
श्रद्धालुओं की उम्मीदें और प्रशासन की चुनौती
हेली सेवाओं के शुरू होने से श्रद्धालुओं में उत्साह है। मानसून में बाधित रही यात्रा के बाद अब बड़ी संख्या में तीर्थयात्री हवाई मार्ग से केदारनाथ पहुंचने की तैयारी कर रहे हैं। वहीं, प्रशासन के सामने चुनौती है कि बढ़ती भीड़ के बीच सुरक्षा, संचालन और किराया नियंत्रण जैसे मुद्दों को संतुलित ढंग से संभाला जाए।
तीन माह बाद शुरू हो रही हेली सेवा से केदारनाथ यात्रा एक बार फिर रफ्तार पकड़ने को तैयार है। हालांकि मौसम और सुरक्षा की कसौटी पर ही यह तय होगा कि श्रद्धालुओं को कितनी सहजता से सेवा मिल पाएगी।