
देहरादून। आपदा से प्रभावित मजाड़ा गांव के लोगों के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस बार दीपावली मनाई। सोमवार को सीएम धामी सहस्त्रधारा स्थित मजाड़ा पहुंचे और आपदा पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों से बातचीत कर उनकी समस्याएं जानीं तथा सभी को दीपावली की शुभकामनाएं दीं।
दरअसल, 15 सितंबर को आई आपदा में मजाड़ा और कार्लीगाड़ गांवों में भारी तबाही हुई थी। इस हादसे में एक मजदूर समेत गांव निवासी अंकित की मौत हो गई थी, जबकि कई घर, रिसॉर्ट और मकान क्षतिग्रस्त हो गए थे। तबाही के बाद से गांव का जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया। लोग अब भी उस भयावह रात को भूल नहीं पाए हैं।
इसी पीड़ा के चलते मजाड़ा गांववासियों ने इस बार दीपावली न मनाने का निर्णय लिया था। अमर उजाला ने 18 अक्तूबर को इस संबंध में एक विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित कर उनकी व्यथा को प्रमुखता से उठाया था। खबर के प्रकाशन के बाद सरकार ने तत्काल संज्ञान लिया और मुख्यमंत्री ने निर्णय किया कि वे स्वयं गांव जाकर प्रभावित परिवारों के साथ दीपावली मनाएंगे।
सोमवार को सीएम धामी जब मजाड़ा पहुंचे तो गांव के लोगों में आशा की किरण जगी। उन्होंने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया और पुनर्निर्माण कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि रिवर ट्रेनिंग कार्यों में तेजी लाई जाए और गांव की सुरक्षा के लिए मजबूत सुरक्षा दीवार का निर्माण जल्द पूरा किया जाए।
सीएम धामी ने कहा कि सरकार हर प्रभावित परिवार के साथ खड़ी है और पुनर्वास कार्यों को शीघ्र पूरा किया जाएगा ताकि मजाड़ा के लोगों को सुरक्षित और स्थायी आवास मिल सके।
जहां एक ओर पूरा देश दीपावली के उल्लास में डूबा था, वहीं मजाड़ा में मुख्यमंत्री के पहुंचने से गांववासियों के चेहरों पर एक बार फिर उम्मीद और अपनत्व की रोशनी लौट आई।