पटना : ऐतिहासिक गांधी मैदान में गुरुवार को एक भव्य समारोह के बीच जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने दसवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ कुल 26 मंत्रियों ने शपथ ग्रहण किया, जिनमें दो उप-मुख्यमंत्री और 18 कैबिनेट मंत्री शामिल रहे। यह समारोह राजनीतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण रहा, क्योंकि इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जे. पी. नड्डा और एनडीए शासित कई राज्यों के मुख्यमंत्री उपस्थित थे।
शपथ ग्रहण के तुरंत बाद प्रधानमंत्री मोदी ने नीतीश कुमार को बधाई दी और उन्हें एक कुशल तथा अनुभवी प्रशासक बताते हुए उनके नए कार्यकाल के लिए शुभकामनाएँ दीं। पीएम मोदी ने सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर भी बधाई दी और कहा कि दोनों नेता जमीनी स्तर पर लंबे समय से जनसेवा में सक्रिय रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने नए मंत्रियों को भी शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि यह समर्पित नेताओं की मजबूत टीम बिहार को नई ऊँचाइयों तक ले जाएगी। शपथ लेने वालों में जदयू और भाजपा के कई वरिष्ठ नेता शामिल रहे। जदयू से विजय कुमार चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, श्रवण कुमार, अशोक चौधरी, लेसी सिंह, मदन सहनी, सुनील कुमार और मोहम्मद जमा खान ने शपथ ली। भाजपा से मंगल पांडे, दिलीप कुमार जयसवाल, नितिन नबीन, रामकृपाल यादव, संजय सिंह टाइगर, अरुण शंकर प्रसाद, सुरेंद्र मेहता, नारायण प्रसाद, रमा निषाद, लखेंद्र रौशन और श्रेयशी सिंह मंत्री बनाए गए।
इसके अलावा एचएएम(एस) के संतोष सुमन, लोजपा के संजय कुमार और संजय कुमार सिंह तथा रालोम के दीपक प्रकाश को भी मंत्री पद की जिम्मेदारी दी गई। प्रमोद कुमार को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।
इस शपथ ग्रहण के साथ बिहार में एनडीए नेतृत्व वाली नई सरकार ने औपचारिक रूप से कार्यभार संभाल लिया है, और राजनीतिक हलकों में इसे आगामी वर्षों की नीति दिशा और बिहार की स्थिरता के लिहाज से एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
