अल्मोड़ा । सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देघाट में लंबे समय से जनरल सर्जन का पद रिक्त चल रहा है, जिससे मरीजों को गंभीर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सर्जरी न हो पाने के कारण लोगों को मजबूरन 80 किलोमीटर दूर रानीखेत जाना पड़ता है। कई बार वहां मरीजों की भीड़ या डॉक्टर के अवकाश पर होने से उन्हें इलाज नहीं मिल पाता और ऐसे में 110 किलोमीटर दूर रामनगर तक जाना पड़ जाता है।
देघाट के इस सीएचसी पर गोलना, भरसोली, लाल नगरी, नगरकोटिया, टीटली, कोमालेश्वर सहित कई गांवों के लोग इलाज के लिए निर्भर हैं, लेकिन विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी से उन्हें पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा। स्वीकृत होने के बावजूद जनरल सर्जन का पद लंबे समय से खाली है, जिसके कारण यहां किसी भी तरह की सामान्य सर्जरी नहीं हो पा रही है।
मरीजों का कहना है कि दूसरी जगह जाने में समय, पैसा और जोखिम तीनों बढ़ जाते हैं। कई मरीज बार-बार यात्रा करने की स्थिति में भी नहीं होते, जिससे उनकी हालत और बिगड़ सकती है। स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य विभाग से जल्द से जल्द सर्जन की तैनाती की मांग की है, ताकि देघाट सीएचसी की सुविधाओं का लाभ वास्तव में क्षेत्रवासियों तक पहुंच सके।
