मुरादाबाद : दिल्ली-लखनऊ नेशनल हाईवे पर एक भीषण सड़क हादसे ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया, जिसमें शादी समारोह में जा रहे एक ही परिवार के छह लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। रविवार शाम यह घटना उस समय हुई जब कुंदरकी क्षेत्र के अब्दुल्लापुर गांव का एक परिवार परंपरागत भात (शादी की रस्म) लेकर कटघर क्षेत्र के रफतापुर गांव जा रहा था। संजू के ऑटो में सवार परिवार के सदस्य खुशी-खुशी विवाह समारोह में शामिल होने निकल रहे थे, लेकिन उनकी मंज़िल तक पहुंचने से पहले ही उनकी खुशियां मातम में बदल गईं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जैसे ही ऑटो जीरो पॉइंट के पास पहुंचा, पीछे से आ रही मेरठ डिपो की एक रोडवेज बस अचानक अनियंत्रित होकर ऑटो में जोरदार टक्कर मारती हुई उस पर चढ़ गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि ऑटो पूरी तरह से पिचक गया और उसके परखच्चे उड़ गए। हादसे के बाद हाईवे पर चीख-पुकार मच गई और लोग मदद के लिए दौड़ पड़े।
इस दर्दनाक दुर्घटना में ऑटो चालक संजू, सीमा पत्नी करन सिंह, आरती पुत्री मुरारी, अभय पुत्र ओमवीर और सुमन पत्नी हरदीप की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल छह अन्य लोगों को तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया गया। अस्पताल में चिकित्सकों के प्रयास के बावजूद अनन्या नामक परिवार की एक और सदस्य ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर छह हो गई। घायलों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है और उनका उपचार जारी है।
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस और बचाव दल तुरंत मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है। हादसे के बाद मेरठ डिपो की बस का चालक फरार हो गया, जिसकी तलाश के लिए पुलिस टीमों को लगा दिया गया है। मृतकों के परिजनों में कोहराम मच गया है और पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि हाईवे पर तेज रफ्तार से चलने वाली बसें आए दिन हादसों को अंजाम दे रही हैं, लेकिन किसी पर सख्त कार्रवाई न होने से हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। यह दुर्घटना सड़क सुरक्षा और परिवहन व्यवस्था पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े करती है, कि आखिर कितनी जानें जाने के बाद जिम्मेदार विभाग जागेंगे। परिवार के सदस्यों की मौत ने शादी के घर में खुशियों की जगह मातम और गम की परछाई छोड़ दी है, जिसने पूरे क्षेत्र को शोक में डूबो दिया है।
