देहरादून : नंदा गौरा योजना के लिए आवेदन अवधि को बढ़ाने का फैसला किया गया है। अब इच्छुक पात्र लाभार्थी 20 दिसंबर तक आवेदन कर सकेंगे। यह निर्णय राज्य सरकार की कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या के निर्देशों के बाद लिया गया है। पहले आवेदन की अंतिम तिथि 30 नवंबर निर्धारित थी, लेकिन प्रदेशभर से प्राप्त मांगों और जनप्रतिनिधियों के फीडबैक के बाद समय सीमा बढ़ाई गई है, ताकि ऐसे परिवार जिन्हें किसी कारणवश आवेदन करने में देर हो गई है, वे भी योजना का लाभ उठा सकें।
कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि नंदा गौरा योजना के तहत कन्या जन्म के आधार पर आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, साथ ही 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद भी पात्र छात्राओं को सहायता दी जाती है। अब तक 30,000 से अधिक आवेदन विभाग को प्राप्त हो चुके हैं, जो इस योजना की लोकप्रियता और इससे मिलने वाले लाभ की महत्ता को दर्शाता है। मंत्री ने कहा कि सरकार की मंशा यह सुनिश्चित करने की है कि कोई भी पात्र परिवार इस योजना के लाभ से वंचित न रह जाए।
जन मिलन कार्यक्रमों के दौरान मंत्री के संज्ञान में यह बात आई थी कि कई स्थानों पर पात्र लोग विभिन्न कारणों से आवेदन करने से वंचित रह गए। इन्हीं परिस्थितियों को देखते हुए आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ाने का निर्णय लिया गया है, जिससे अधिक से अधिक लाभार्थी योजना का फायदा उठा सकें। रेखा आर्या ने कहा कि सरकार सामाजिक कल्याण योजनाओं को जन-जन तक पहुँचाने के लिए प्रतिबद्ध है और इसी क्रम में निरंतर सुधार व पहलें जारी हैं।
इसके अलावा विभाग द्वारा यह भी स्पष्ट किया गया है कि 21 दिसंबर से 31 दिसंबर तक प्राप्त आवेदनों में सुधार का अवसर दिया जाएगा। इस दौरान लाभार्थी अपने आवेदन में छूटे हुए विवरण या दस्तावेज़ सुधार सकते हैं। हालांकि यह भी चेतावनी दी गई है कि सुधार अवधि के बाद तिथि आगे नहीं बढ़ाई जाएगी। इसलिए सभी अभ्यर्थियों से आग्रह किया गया है कि वे समय पर आवेदन पूरी तरह से भरें और सुधार अवधि का पूरा लाभ उठाएँ, ताकि आगे प्रक्रिया में किसी प्रकार की बाधा न आए।
सरकार को उम्मीद है कि आवेदन समय सीमा बढ़ाए जाने के बाद और भी बड़ी संख्या में पात्र लाभार्थी योजना से जुड़ेगे और राज्य में कन्या कल्याण के उद्देश्य को और मजबूती मिलेगी। नंदा गौरा योजना प्रदेश में बालिकाओं के जन्म और शिक्षा को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से शुरू की गई है, जिससे परिवारों में बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में आर्थिक सहायता की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा सके।
