चमोली / देहरादून : उत्तराखंड के चमोली जिले में भाई दूज के दिन एक दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे इलाके को झकझोर दिया। गोपेश्वर–पोखरी मोटर मार्ग पर देवखाल के पास एक कार गहरी खाई में गिर गई। कार पहले एक जगह अटक गई, लेकिन कुछ देर बाद नीचे की सड़क पर गिरते ही उसमें आग लग गई। हादसे में देहरादून स्थित यूजेवीएनएल में तैनात अधिशासी अभियंता (ईई) अरविंद त्रिपाठी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी अनीता त्रिपाठी ने रात करीब साढ़े आठ बजे जिला अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। उनके छोटे बेटे की कार में फंसकर जलने से मौत हो गई, जबकि बड़ा बेटा आंशिक रूप से झुलस गया।
पोखरी विकासखंड की ग्राम पंचायत विशाल के पाव गांव निवासी अरविंद त्रिपाठी परिवार के साथ दीपावली मनाने अपने ससुराल देवखाल आए थे। बृहस्पतिवार को वह अपने परिवार के साथ अपने गांव लौट रहे थे। घर से महज सौ मीटर की दूरी पर ही कार अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। कार नीचे भदूड़ा गांव की लिंक रोड पर जाकर अटक गई और फिर नीचे गिरते ही उसमें आग लग गई।
हादसे में अरविंद त्रिपाठी (55) और उनकी पत्नी अनीता त्रिपाठी (51) कार से बाहर छिटक गए। अरविंद की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गईं। बड़ा बेटा अंबुज त्रिपाठी (24) और छोटा बेटा अनंत त्रिपाठी (21) कार के साथ नीचे जा गिरे। अंबुज कार से बाहर निकल आया, लेकिन अनंत कार में फंस गया और आग की लपटों में झुलसकर उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
सूचना मिलते ही देवखाल के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और घायलों को निजी वाहन से जिला अस्पताल चमोली पहुंचाया। वहीं चमोली और पोखरी थाने से पुलिस टीम भी घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने मृतक के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया।
जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ. दीपक नेगी ने बताया कि गंभीर रूप से घायल अनीता त्रिपाठी ने रात साढ़े आठ बजे इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वहीं, अंबुज त्रिपाठी आंशिक रूप से झुलसे हैं और उनका इलाज चल रहा है।
चमोली कोतवाली के निरीक्षक अनुरोध व्यास के अनुसार हादसे में दंपती और उनके छोटे बेटे की मौत हो गई, जबकि बड़ा बेटा घायल है। दुर्घटना के सही कारणों का अभी पता नहीं चल सका है। प्रारंभिक जांच में वाहन के अनियंत्रित होने की संभावना जताई जा रही है।
इस भीषण हादसे में सबसे दर्दनाक दृश्य तब सामने आया जब कार में फंसे अनंत त्रिपाठी का शव आग की लपटों में जलता रहा। देर शाम तक एसडीआरएफ और पुलिस की टीम कार से शव निकालने में जुटी रही। शव को बाहर निकालने के लिए गैस कटर की सहायता ली गई।

