बागेश्वर। जिले के औलियागांव (तहसील दुगनाकुरी) में जंगली मशरूम खाने से एक ही परिवार के छह सदस्य बीमार पड़ गए। सभी को गंभीर हालत में रात के समय 108 एंबुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। चिकित्सकों ने बताया कि सभी की स्थिति अब स्थिर है और वे सामान्य वार्ड में भर्ती हैं।
जानकारी के अनुसार, बुधवार को दिनेश राम (50) अपने खेत में काम कर रहे थे, तभी उन्हें अपने भाई सुंदर राम के खेत में कुछ जंगली मशरूम दिखाई दिए। उन्होंने इन्हें तोड़कर घर लाकर सब्जी बना ली। रात को पूरे परिवार ने मशरूम की सब्जी खाई, जिसके कुछ देर बाद सभी की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी। उल्टी और चक्कर की शिकायत बढ़ने पर परिजनों ने तुरंत सभी को अस्पताल ले जाया गया।
बीमारों की पहचान दिनेश राम (50), उनकी पत्नी हेमा देवी (40), अंजू देवी (28) पत्नी सुंदर राम, आशू (11) पुत्र दिनेश राम, खुशी (03) पुत्री सुंदर राम और गौरव (05) पुत्र सुंदर राम के रूप में हुई है। फिजिशियन डॉ. चंद्र मोहन सिंह भैसोड़ा के अनुसार, समय पर इलाज मिलने से अब सभी मरीज खतरे से बाहर हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि जंगली मशरूम अक्सर मानसून के मौसम में खेतों और नमी वाली जगहों पर उग आते हैं, लेकिन इन्हें पहचानना मुश्किल होता है। विषाक्त मशरूम का सेवन जानलेवा साबित हो सकता है। इसके बावजूद लोग बार-बार ऐसी गलतियां दोहराते हैं।
गौरतलब है कि इसी साल जुलाई में बागेश्वर के कुंवारी गांव में भी जंगली मशरूम खाने से एक महिला की मौत हो गई थी, जबकि उसकी बहू गंभीर रूप से बीमार पड़ी थी। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे पहचान के बिना जंगली मशरूम का सेवन न करें, क्योंकि यह शरीर पर गंभीर विषाक्त प्रभाव डाल सकते हैं।

