राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को नगालैंड के लोगों को राज्य स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ देते हुए राज्य के विकास और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर की प्रशंसा की। 1 दिसंबर 1963 को देश का 16वां राज्य बने नगालैंड ने अपनी अनूठी जनजातीय विरासत, परंपराओं और प्राकृतिक सुंदरता के साथ हमेशा से देश में एक विशिष्ट स्थान बनाया है। राष्ट्रपति मुर्मू ने सामाजिक मंच ‘एक्स’ पर अपने संदेश में कहा कि नगालैंड की विविध संस्कृति और मनमोहक प्राकृतिक सौंदर्य, इसे पूर्वोत्तर क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण और पहचानपूर्ण राज्य बनाता है।
राष्ट्रपति ने अपने संदेश में सतत विकास के मैदान में नगालैंड की निरंतर प्रगति की सराहना की और कहा कि राज्य सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक विकास के रास्ते पर लगातार आगे बढ़ रहा है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि नगालैंड की जनजातीय विविधता, अनोखी लोक परंपराएँ, हस्तशिल्प, लोकनृत्य और संगीत न केवल राज्य की पहचान हैं, बल्कि राष्ट्र की सांस्कृतिक विरासत को भी मजबूत बनाते हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले वर्षों में भी नगालैंड अपने विकास के मार्ग पर आगे बढ़ता रहेगा और देश की समग्र उन्नति में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
राष्ट्रपति मुर्मू ने नगालैंड के लोगों के ‘‘उज्ज्वल, समृद्ध और शांतिपूर्ण भविष्य’’ की भी कामना की। उन्होंने कहा कि राज्य के लोग जिस सामुदायिक एकता, सहयोग और परंपराओं के सम्मान के साथ आगे बढ़ रहे हैं, वही इसके स्थायी विकास की सबसे बड़ी शक्ति है। राष्ट्रपति के संदेश ने राज्य के लिए गहरे सम्मान और भरोसे को दर्शाया तथा इस बात को रेखांकित किया कि नगालैंड अपनी सांस्कृतिक विरासत और विकास की दिशा में देश के सामने एक सकारात्मक उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है।
